खैरा. थाना क्षेत्र के नवडीहा गांव निवासी आनंदी सिंह के पुत्र आकाश तोमर की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है. मौत की खबर सुनते ही पूरे गांव में मातम पसर गया. पोस्टमार्टम के बाद जब सोमवार शाम आकाश का शव उसके घर लाया गया तो परिजनों के चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया. गौरतलब है कि झाझा-जसीडीह रेलखंड के घोरपारण हॉल्ट के समीप किसी ट्रेन की चपेट में आकर आकाश की मौत हो गयी. आकाश अपने दो भाइयों में बड़ा था और धनबाद में रहकर एक मेडिकल की दुकान चलाता था. धनबाद के निरसा में उसकी मेडिकल की दुकान थी. पहले वह अपने पूरे परिवार के साथ वहां रहा करता था, लेकिन बाद में उसके पिता ने गांव में ही मेडिकल की दुकान खोली थी. वह बीते रविवार को ही धनबाद जाने के लिए घर से निकला था. इसके बाद उसका मोबाइल फोन बंद आ रहा था. पारिवारिक सूत्रों से पता चला कि आकाश के पिता नहीं चाहते थे कि वह धनबाद जाये, लेकिन अपने पिता की बात नहीं मान कर भी वह घर से धनबाद जाने के लिए निकला था. बीते रविवार को ही वह इंटरसिटी एक्सप्रेस पकड़ने के लिए घर से निकला था. देर शाम तक जब उसका फोन बंद आ रहा था, तो परिजनों को लगा कि वह पहुंच गया होगा व आराम कर रहा होगा. जिस कारण उसने अपना फोन बंद कर दिया है, लेकिन अगली सुबह उसकी मौत की खबर सुनते ही पूरे गांव में मातम पसर गया. घटना के बाद परिजनों के द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए जमुई लाया गया. पोस्टमार्टम के उपरांत देर शाम परिजन आकाश के शव को लेकर नवडीहा पहुंचे. देर शाम आकाश के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया. बताते चले कि आकाश पिछले कुछ दिनों से किसी प्रकार के तनाव में भी था. आकाश की मौत के बाद पूरे गांव में सरस्वती पूजा की खुशियां मातम में बदल गयी है.
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