बोकारो, सरस्वती नमस्तुभ्यं, वरदे कामरूपिणी, विद्यारम्भं करिष्यामि, सिद्धिर्भवतु में सदा यानी विद्या, ज्ञान, संगीत एवं कला की देवी मां सरस्वती सभी को सद्बुद्धि और शुभाशीष प्रदान करें. बोकारो-चास में सोमवार को मां सरस्वती की पूजा की धूम रही. मंत्रोच्चारण के बीच विद्या की देवी मां सरस्वती पूजी गयी. 200 से अधिक अलग-अलग थीम के बने पंडाल आकर्षण के केंद्र बने रहे. गली-मोहल्लों में दर्जनों स्थानों पर पूजा पंडाल बनाकर मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित की गयी. सरस्वती पूजा को लेकर छात्र-छात्राओं का उत्साह देखते हीं बन रहा था. बच्चों में खासा उत्साह दिखा. शहर के विभिन्न सेक्टरों व गली-मोहल्लों में छोटे-छोटे सुसज्जित पंडालों को बच्चों की टोली ने खुद तैयार किया है. इसकी रोशन से गली-मोहल्ले गुलजार है. रविवार की देर रात तक पंडालों को अंतिम रूप देने में बच्चे उत्साह के साथ लगे रहे. स्कूल, कॉलेज व शिक्षण संस्थानों में विधि-विधान के साथ मां सरस्वती की पूजा की गयी. कई स्थानों पर प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना हुई. सरस्वती पूजा की पूर्व संध्या पर बोकारो मां सरस्वती की भक्ति में लीन हो चुका था. सुबह से शाम तक बच्चों की टोली मूर्तिकारों के स्थान से मां की प्रतिमा धूमधाम से ले जाते दिखे. मां के उदघोष से इलाके गूंजते रहे.
स्कूलों में हुई पूजा-अर्चना
चिन्मय विद्यालय बोकारो में मां सरस्वती की पूजा-अर्चना की गयी. स्वामिनी संयुक्तानंद सरस्वती-आचार्या, चिन्मय मिशन बोकारो, बिश्वरूप मुखोपाध्याय (अध्यक्ष) व महेश त्रिपाठी (सचिव), प्राचार्य सूरज शर्मा, उप-प्राचार्य नरमेंद्र कुमार उपस्थित थे. सरस्वती शिशु विद्या मंदिर 9/डी में अक्षरारंभ संस्कार संपन्नसरस्वती शिशु विद्या मंदिर 9/डी बोकारो में पूजन हुआ. प्राचार्य राजेंद्र कामत ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष पूजा-अर्चना कर स्कूल व के छात्रों के उत्तरोत्तर विकास की कामना की. 51 बालकों को स्लेट व लेखनी देकर ओम अक्षर व ईश्वर नाम को लिखाकर अक्षरारंभ संस्कार कराया गया. प्रांतीय प्रतिनिधि सिद्धेश नारायण दास, संकुल संयोजक मार्कण्डेय पाण्डेय, आरएन बैठा, निरंजन कुमार सिंह, कृष्णा राय उपस्थित थे.
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