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इनोवेशन के लिए अवसर है जेनरेटिव एआइ युद्ध

Generative AI : वर्ष 2020 के दशक में, जेनरेटिव एआइ के क्षेत्र में एक समान युद्ध छिड़ा हुआ है. ओपनएआइ (माइक्रोसॉफ्ट के साथ साझेदारी में), गूगल, मेटा और अमेजन सबसे शक्तिशाली एआइ मॉडल और प्लेटफॉर्म विकसित करने की दौड़ में हैं.

Generative AI : नब्बे के दशक में, ओएस बाजार में प्रभुत्व के लिए माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल और कुछ अन्य कंपनियों के बीच कड़ा मुकाबला था. अंततः, माइक्रोसॉफ्ट इस दौड़ में आगे निकला, और विंडोज अधिकांश पीसी के लिए डिफॉल्ट ओएस बन गया. एप्पल ने एक खास जगह बनायी, वहीं लिनक्स एंटरप्राइज अन्य उत्साही उपयोगकर्ताओं के बीच लोकप्रिय हुआ. लेकिन यहां महत्वपूर्ण बात यह है कि माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल ने केवल ओएस में प्रभुत्व स्थापित नहीं किया, बल्कि उन्होंने एक इकोसिस्टम तैयार किया जिसमें अन्य कंपनियां फल-फूल सकीं.

स्मार्टफोन के आगमन ने एक नये युद्ध क्षेत्र को जन्म दिया, मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम. माइक्रोसॉफ्ट, गूगल और एप्पल इस नयी दुनिया पर कब्जा करने के लिए संघर्ष कर रहे थे. हालांकि माइक्रोसॉफ्ट ने पीसी में दबदबा बनाये रखा, लेकिन उसका मोबाइल ओएस प्रयास विफल रहा. एप्पल का आइओएस और गूगल का एंड्रॉयड इस स्पेस में विजेता बनकर उभरे. एंड्रॉयड के ओपन-सोर्स नेचर ने कई निर्माताओं और डेवलपर्स को इस प्लेटफॉर्म पर काम करने और नवाचार करने की अनुमति दी, जिससे एक मजबूत इकोसिस्टम बना. जबकि एप्पल ने आइओएस के साथ नियंत्रित इकोसिस्टम बनाया और उपयोगकर्ताओं के बीच वफादारी सुनिश्चित की. यह वही परिदृश्य है, जिसे हम अब जेनरेटिव एआइ के क्षेत्र में देख रहे हैं.


वर्ष 2020 के दशक में, जेनरेटिव एआइ के क्षेत्र में एक समान युद्ध छिड़ा हुआ है. ओपनएआइ (माइक्रोसॉफ्ट के साथ साझेदारी में), गूगल, मेटा और अमेजन सबसे शक्तिशाली एआइ मॉडल और प्लेटफॉर्म विकसित करने की दौड़ में हैं. ये फाउंडेशनल मॉडल- जैसे जीपीटी, जेमिनी, और अन्य- उन ऑपरेटिंग सिस्टम की तरह हैं जो पिछली तकनीकी क्रांतियों में आधार बने. हालांकि इस बार ओपन-सोर्स खिलाड़ी भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. एस्टेबिलिटी एआइ और हगिंग फेस जैसी संस्थाएं जेनरेटिव एआइ को लोकतांत्रिक बना रही हैं, जिससे छोटी कंपनियां और स्वतंत्र डेवलपर बिना बड़ी टेक कंपनियों पर निर्भर रहे नवाचार कर सकें. यह भूमिका लिनक्स की तरह है, जिसने ओएस युद्ध में एक स्वतंत्र और शक्तिशाली विकल्प प्रदान किया था.

जेनरेटिव एआइ युद्ध की असली कहानी यह नहीं है कि कौन जीतता है, बल्कि यह है कि इसके बाद क्या होगा. जिस तरह ओएस और मोबाइल ओएस युगों में हुआ, उसी तरह यहां भी असली मूल्य इकोसिस्टम में है. जेनरेटिव एआइ सिर्फ एक तकनीक नहीं, एक प्लेटफॉर्म है, और प्लेटफॉर्म हमेशा नवाचार के अवसर बनाते हैं. हम पहले से ही देख रहे हैं कि कैसे स्टार्टअप और स्थापित कंपनियां जेनरेटिव एआइ का उपयोग करके विशिष्ट समस्याओं को हल कर रही हैं. निजीकरण शिक्षा से लेकर एआइ-ड्राइवेन कंटेंट क्रिएशन प्लेटफार्मों तक, संभावनाएं अनंत हैं.


ओएस और मोबाइल ओएस युद्धों ने हमें कुछ महत्वपूर्ण सबक सिखाये, जो आज भी प्रासंगिक हैं. एक, फाउंडेशनल लेयर में कुछ ही विजेता होते हैं- किसी भी तकनीकी बदलाव में आधारभूत स्तर आमतौर पर कुछ बड़े खिलाड़ियों के हाथ में रहता है, क्योंकि इन प्रणालियों को विकसित और बनाये रखना अत्यधिक महंगा और जटिल होता है. दो, इकोसिस्टम नवाचार को बढ़ावा देता है, जबकि फाउंडेशनल खिलाड़ी बड़े लाभ कमाते हैं, वास्तविक नवाचार इकोसिस्टम में होता है. हजारों कंपनियां इस बुनियादी ढांचे पर निर्माण कर सफलता पा सकती हैं. तीन, विशेषज्ञता एप्लिकेशन स्तर पर जीतती है- कंपनियां, जो विशिष्ट समस्याओं का समाधान करने पर ध्यान केंद्रित करती हैं, वे अक्सर सफल होती हैं. ओएस युग में, एडोब और इंट्यूट जैसी सॉफ्टवेयर कंपनियां सफल रहीं. मोबाइल ओएस युग में स्पॉटिफाइ और टिकटॉक जैसी एप्लिकेशन कंपनियां उभर कर आयीं. जेनरेटिव एआइ युग में स्वास्थ्य सेवा, वित्त, और क्रिएटिव इंडस्ट्री के लिए एआइ उपकरण विकसित करने वाले स्टार्टअप महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे.


जेनरेटिव एआइ युद्ध के अंत में हमें एक ऐसी दुनिया देखने को मिलेगी जहां कुछ कंपनियां फाउंडेशनल एआइ इन्फ्रास्ट्रक्चर को नियंत्रित करेंगी. माइक्रोसॉफ्ट (ओपेन एआइ के माध्यम से), गूगल, और संभवतः एक या दो अन्य कंपनियां इस क्षेत्र में प्रमुख खिलाड़ी बनेंगी, ठीक वैसे ही जैसे माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल ने ओएस युग में, और गूगल तथा एप्पल ने मोबाइल ओएस युग में किया था. परंतु यह ‘विजेता-ही-सब-कुछ’ परिदृश्य नहीं होगा. फाउंडेशनल खिलाड़ी एक समृद्ध इकोसिस्टम को सक्षम करेंगे, जहां एप्लिकेशन, टूल्स और सेवाओं की भरमार होगी. ओपन-सोर्स कंपनियां, जैसे स्टेबिलिटी एआइ और हगिंग फेस, इस नवाचार को और आगे बढ़ायेंगी. जो कंपनियां बिना किसी डर के अवसरों को पहचान, जेनरेटिव एआइ की शक्ति का लाभ उठा और विशिष्ट बाजारों में मूल्य प्रदान करके काम करेंगी, वे बड़ी सफलताएं हासिल करेंगी. अंततः, जेनरेटिव एआइ युद्धों को उन कंपनियों से नहीं आंका जायेगा जिन्होंने सबसे बेहतरीन मॉडल बनाये, बल्कि उनसे आंका जायेगा जिन्होंने इस तकनीक से नवाचार की नयी लहर को जन्म दिया.
(ये लेखक के निजी विचार हैं.)

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