Tent City: पटना. प्रमोद झा. गंगा नदी के शहर से दूर जाने के कारण घाट किनारे काफी जमीन निकली है. घाट किनारे की जमीन का उपयोग करने के लिए गुजरात के कच्छ व ओडिसा के कोणार्क की तर्ज पर घाट किनारे टेंट सिटी बनाने की योजना है. टेंट सिटी बना कर वहां बोटिंग के साथ अन्य खेल-कूद, व्यंजन स्टॉल सहित मनोरंजन के इंतजाम किये जायेंगे. इससे शहरवासियों को मनोरंजन के लिए नया स्पॉट मिलेगा. वेंडरों को रोजगार मिलेगा. पटना नगर निगम को भी राजस्व प्राप्त होगा.
दिसंबर से फरवरी तक रहेगी टेंट सिटी
पतंग महोत्सव पर नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने घाट नंबर 93 के किनारे की स्थिति देखी. उन्होंने बड़े पाट (हिस्सा) को देख कर इसके उपयोग को लेकर नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर से चर्चा की. उन्होंने कहा कि छठ के बाद गंगा का पानी घटने पर घाट किनारे की जमीन पर पर टेंट सिटी बना कर शहरवासियों के लिए नया स्पॉट बनाने की बात कही. साथ ही वहां मनोरंजन के लिए बोटिंग के अलावा खेल-कूद, झूला, व्यंजन स्टॉल आदि का इंतजाम किया जाये.
शहर को मिलेगा मनोरंजन का नया स्पॉट
नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि गुजरात के कच्छ, ओडिसा के कोणार्क, राजस्थान के जैसलमेर आदि जगहों पर कुछ माह के लिए टेंट सिटी बना कर नया स्पॉट तैयार किया जाता है. उन जगहों पर मनोरंजन के लिए तरह-तरह के एक्टिविटी का आयोजन होता है. इस तरह से पटना में भी ठंड के मौसम में दिसंबर से फरवरी तक टेंट सिटी बना शहरवासियों के लिए नया स्पॉट बनाने की योजना पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मरीन ड्राइव पर भी एक समान प्री-फैब्रिकेटेड शॉप बना वेंडरों को उपलब्ध कराने की योजना है.
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