Bihar Job: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में रोजगार अहम मुद्दा रहने वाला है. नेता विपक्ष तेजस्वी यादव हर मंच से यह कह रहे हैं कि जब बिहार में महागठबंधन की सरकार थी तब युवाओं को खूब रोजगार मिला. लेकिन जब से सरकार गई है तब से जॉब क्रिएशन में कमी आई है. उनके इस बयान पर बिहार सियासत जारी है. इस बीच, बिहार के डिप्टी सीएम और भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि जहां तक नौकरी देने की बात है राजद अध्यक्ष लालू यादव को बताना चाहिए कि उनके शासनकाल में कितने लोगों को नौकरी दी गई थी.
मौजूदा कार्यकाल में कितनों को मिली नौकरी
सम्राट चौधरी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2005 से 2020 तक 7.50 लाख लोगों को नौकरी दी गई. वहीं, मौजूदा कार्यकाल में नौ लाख से अधिक लोगों को नौकरी दी गई है. इस बार यह लक्ष्य बढ़ाकर 12 लाख कर दिया गया है.इससे यह बात साबित हो जाती है कि नीतीश कुमार जो कहते हैं, वह करते हैं.
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क्रेडिट नीतीश कुमार को मिले
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू यादव और तेजस्वी यादव को यह बताना चाहिए कि उन्होंने अपने शासनकाल में कितने लोगों को नौकरी दी. कितने लोगों के जीवन स्तर को उठाया. सीएम नीतीश कुमार ने बिहार के लिए क्या किया या उनकी उपलब्धि क्या है वो लोग नहीं जानते हैं. फिलहाल बिहार में जो नौकरियां मिल रही हैं, वह नीतीश कुमार का क्रेडिट है.उन्होंने बिहार का रूप बदल दिया है. ऐसे में लालू यादव को बताना चाहिए कि उन्होंने अपने 15 साल में कितने लोगों को नौकरी दी.
बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी महागठबंधन की पहले की सरकार में लोगों को मिली नौकरी का क्रेडिट राजद नेता तेजस्वी यादव खुद को देते हैं. महागठबंधन की सरकार में तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री थे.
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