मुंगेर. शहर के मंगल बाजार स्थित दशभुजी स्थान में चल रहे भागवत कथा में मंगलवार श्रीराम कथा भजन जिंदगी एक किराए का घर है, नाम हरि का भुलाना नहीं आदि के साथ शुरू हुआ. कथावाचक आयोध्या से पधारे देवदत्त झा मुचुकुन्द जी महाराज ने जीवन को भगवान के भक्ति में लगाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि भगवान राम की पूजा ही संसार के सभी बंधनों से मुक्त करती है. इनका मंत्र राम रामेती रामेती रमे रामे मनोरमे सहस्त्र नाम ततुलयम राम नाम वरारने भगवान शिव हमेशा जपते रहते थे. दक्ष प्रजापति भगवान शिव को न्योता नहीं दिए, फिर भी सती मायके गई. इस दौरान श्रीराम जी के जन्मोत्सव का पूरा वृतांत का वाचन किया गया. जन्मोत्सव की खुशी में सभी भक्तों में रंग गुलाल लगाया गया. कथा में मां की ममता का वृतांत सुनाया गया. जय अंबे गौरी आरती से दुर्गा जी का विश्लेषण किया गया. श्रीराम अमृतमयी कथा में दीपक कुमार, संगीता सिन्हा, सुरेंद्र प्रसाद, दीपक कुमार, धीरेन्द्र प्रसाद, राजेन्द्र मंडल, उमेश कुमार, अशोक मिश्रा, रंजन कुमार, गोपाल मिस्त्री, संतोष कुमार, विनोद वर्मा आदि मौजूद थे.
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