बोकारो, बीएसएल के निदेशक प्रभारी बीरेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय इस्पात नीति के तहत सेल संयंत्रों का विस्तारीकरण प्रस्तावित है. इसमें बोकारो स्टील प्लांट का 2.5 एमटी ब्राउनफील्ड विस्तारीकरण भी शामिल है. ये बातें श्री तिवारी ने मंगलवार को प्रभात खबर से विशेष बातचीत में कही. कहा कि प्रगति और प्रकृति के बीच सामंजस्य स्थापित कर ही सही मायनों में विकसित भारत की परिकल्पना को साकार की जा सकती है. इस मूल मंत्र को अपनी भावी योजनाओं का केंद्र बिंदु बनाते हुए बोकारो स्टील प्रबंधन डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, डी-कार्बोनाइजेशन और ग्रीन स्टील के लक्ष्यों को पूरा करने के प्रति पूर्णत: कटिबद्ध है. इसके लिये प्रयास भी किये जा रहे हैं.
एनएसपीसीएल के साथ फ्लोटिंग व ग्राउंड सोलर पैनल परियोजना के लिए एमओयू
निदेशक प्रभारी ने कहा कि बीएसएल प्रबंधन सौर ऊर्जा के अधिकाधिक उपयोग के लिये एनएसपीसीएल के साथ फ्लोटिंग व ग्राउंड सोलर पैनल परियोजना के लिए एमओयू, एनबीसीसी के साथ रूफ टॉप सोलर पैनल परियोजना के लिए एमओयू व सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के साथ 100 मेगावॉट सोलर पावर के लिए एमओयू किया गया है. बोकारो का स्वरूप सभी के साझा प्रयासों से गढ़ा गया है. परिचालन के साथ-साथ अपने सभी आयामों में उत्कृष्टता के कई नवीन पहल किये जा रहे है.प्रणालियों के डिजिटलीकरण, ज्ञानार्जन, विकास व प्रोत्साहन की नयी पहल
बीएसएल में खास तौर पर प्रणालियों के डिजिटलीकरण, इस्पातकर्मियों के ज्ञानार्जन, विकास और प्रोत्साहन के नये पहल, संविदा कर्मियों से संबंधित कल्याणकारी योजनाएं, दक्षता अभिवृद्धि व नवाचार से जुड़े कई अभिनव पहल किये गये. इसी शृंखला में बीएसएल में सेल के डिजिटल प्रोजेक्ट मैनेजमेंट सॉल्यूशन ऑनलाइन प्लेटफार्म का गो लाइव परियोजना प्रबंधन के एक नए अध्याय की शुरुआत है, जो प्रबंधकों को परियोजना के रियल टाइम मॉनिटरिंग व त्वरित निर्णय लेने में सहायक सिद्ध होगा. बीएसएल में ह्यूमन कैपिटल मैनेजमेंट सिस्टम ‘प्रखर’ का रिकॉर्ड समय में गो-लाइव एचआर प्रक्रियाओं के स्वचालन, डिजिटलीकरण व मानव संसाधन प्रबंधन के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि है. यह प्रणाली एचआर प्रक्रियाओं और गतिविधियों को सरल, पारदर्शी, समेकित और उपयोगकर्ता-केंद्रित बनाने का एक प्रयास है, जिसका व्यापक लाभ आने वाले समय में सभी हितधारकों को मिलेगा. स्टेबिलाइजेशन के बाद इसे झारखण्ड ग्रुप ऑफ माइंस, कोलियरीज व सीसीएसओ में भी लागू किया जायेगा.मानव संसाधन विकास बीएसएल की प्राथमिकताओं में शामिल
मानव संसाधन विकास हमेशा से सेल-बीएसएल की प्राथमिकताओं में शामिल रही है. इस पृष्ठभूमि में बीएसएल में निरंतर सीखने व विकास की संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए कई प्रगतिशील पहल की गयी, जिसका लाभ कार्मिक उठा रहे हैं. कार्यस्थल के अलावा अन्य स्थानों से काम करने स्कीम, सेल शाबाश योजना, बेस्ट एग्जीक्यूटिव ऑफ द क्वार्टर अवार्ड, बेस्ट एम्प्लॉई ऑफ द मंथ अवार्ड, डिनर विथ डायरेक्टर आदि ऐसी कुछ योजनाओं ने मानव संसाधन प्रोत्साहन को एक सकारात्मक नई दिशा दी है. बीएसएल के निदेशक प्रभारी बीके तिवारी ने कहा कि मानव संसाधन विकास के लिये बीएसएल प्रबंधन तत्पर है. लिंक्डइन लर्निंग हब के साथ पार्टनरशिप, आइआइएम व एडमिनिस्ट्रेटिव स्टॉफ कॉलेज हैदराबाद जैसी अग्रणी संस्थाओं व एसकेएफ, सीमेंस जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ के साथ एमओयू किया गया है. हमारे संगठन को लगातार दूसरे वर्ष ग्रेट प्लेस टू वर्क की सूचि में स्थान दिलाने में नि:संदेह इन प्रयासों का भी अहम योगदान रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है