कसमार, जरीडीह प्रखंड के भस्की पहाड़ स्थित मरांग बुरु सरना धरम गाढ़ में इस वर्ष आदिवासी महाधर्म सम्मेलन का आयोजन 12 फरवरी को होगा. प्रत्येक वर्ष इसका आयोजन माघी पूर्णिमा के अवसर पर होता है. महासम्मेलन को सफल बनाने के लिए मंगलवार को मरांग बुरु सरना धरम गाढ़ सुसार समिति की बैठक हुई. इस दौरान कई निर्णय लिये गये.
सम्मेलन की तैयारी जोर-शोर से शुरू करने की जरूरत पर बल देते हुए इसके लिए सदस्यों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गयी. इसके तहत योगीडीह के रामकुमार मरांडी को समन्वयक व सुंदरो के महादेव मरांडी, पुरनापानी के केनाराम हेंब्रम और योगीडीह के मंगलराम हांसदा को सह-समन्वय बनाया गया है. इसी तरह भस्की मुखिया मंटूराम मरांडी, अराजू मुखिया पति आनंद कुमार बेसरा व बेलडीह मुखिया पति भोलानाथ मुर्मू व्यवस्थापक तथा मांझी हाड़ाम मोहन टुडू, बेलडोह के बीडी किस्कू व गड़गड़ी के महेश महेश कुमार मुर्मू व रमेश कुमार मुर्मू सलाहकार बनाये गये हैं.सम्मेलन को सफल बनाने के लिए सभी कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों में उत्साह
बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि पिछले वर्षों की तरह इस बार भी झारखंड समेत सीमावर्ती राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे. आगंतुकों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखने का निर्देश कार्यकर्ताओं को दिया गया. समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि सम्मेलन को सफल बनाने के लिए सभी कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों में उत्साह व्याप्त है. सम्मेलन के दौरान मरांग बुरु व जाहेर आयो की पूजा विधि पूर्वक की जायेगी. कहा कि यह स्थल इस क्षेत्र की पहचान है. सरकार ने भी इसे विकसित करने की दिशा में पहल की है. इस स्थल को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने में प्रशासन को सहयोग करने के संबंध में भी चर्चा हुई. बैठक में मिथिलेश हेंब्रम, गोविंद सिंह, कालिदास मरांडी, राहुल कुमार महतो, गुप्तेश्वर प्रसाद हेंब्रम, देव प्रकाश हेंब्रम, गोराचांद मरांडी, लालधन टुडू, ब्रजमोहन मांझी आदि भी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है