पांडवेश्वर. झांझरा क्षेत्र के एमआइसी खदान के अंदर फिटर के रूप में कार्यरत कन्हैया लाल घोष(54) नामक श्रमिक की गिर कर बेल्ट में फंस जाने से दर्दनाक मौत हो गयी. इसका पता चलते ही शव को खदान से निकालने के बाद कोलियरी प्रांगण में उसे रख कर श्रमिकों ने विरोध प्रदर्शन किया. पीड़ित परिवार को मुआवजा और एक आश्रित को नौकरी की मांग पर साथी श्रमिक प्रतिवाद जताने लगे. मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार की प्रथम पाली में रोज की तरह कन्हैयालाल खदान के अंदर सहयोगियों के साथ काम कर रहे थे, तभी अचानक वह गिरे और बेस्ट में फंसने से उनका बायां हाथ शरीर से अलग हो गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद एमआइसी परिसर में सनसनी फैल गयी, कन्हैयालाल एमआइसी कोलियरी में काम करते थे. वह श्यामसुंदरपुर गांव में रहते थे, खदान के नीचे से शव को उठाये जाने के बाद कोलियरी परिसर में श्रमिक जुट कर हंगामा करने लगे. कोयला खदान श्रमिक कांग्रेस(केकेएससी) के क्षेत्रीय सचिव पलाश पांडेय ने आरोप लगाया कि अधिकारियों की लापरवाही से यह हादसा हुआ है. कहा कि अधिकारी श्रमिकों की सुरक्षा को महत्व नहीं देते हैं. इसकी वजह से आये दिन हादसे होते हैं, जिनमें एक या दो-तीन श्रमिकों की जान चली जाती है. पलाश बाबू ने मांग की कि दुर्घटना की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही पीड़ित परिवार को मुआवजा और एक आश्रित को नौकरी दी जानी चाहिए, खबर लिखे जाने तक मुआवजे को लेकर श्रमिक संगठन व प्रबंधन के बीच बैठक चल रही थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है