धनबाद स्टेशन के दक्षिणी छोर में एक और रेल कोच रेस्टोरेंट खोलने की तैयारी तेज हो गयी है. वर्तमान में डीएवी स्कूल के समीप में एक रेल कोच रेस्टोरेंट का संचालन किया जा रहा है. उसका रिस्पॉन्स भी अच्छा मिल रहा है. गौरतलब है कि पहले कंडम रेल कोच को कबाड़ में बेच दिया जाता था. इससे इसका सदुपयोग नहीं हो पाता था. इसे देखते हुए योजना बनाकर कोच रेस्टोरेंट के लिए रेलवे ने टेंडर जारी किया. यही वजह है कि एक कंपनी को कोच रेस्टोरेंट खोलने की अनुमति भी मिल गयी. अब दूसरे को स्थापित करने की तैयारी है. पहले दो कोच रेस्टोरेंट का टेंडर किया गया था. दोनों का टेंडर फाइनल भी हो गया था. लेकिन बाद में एक ठेकेदार ने काम करने से इनकार कर दिया. रेलवे फाटक के समीप से उसकी जगह बदल कर दूसरे जगह करने पर विचार चल रहा है.
संवेदक की होती है रेस्टोरेंट को आकर्षक बनाने की जिम्मेवारी :
जिस जगह पर कोच रखना है, उस जगह की सफाई व संवारने की जिम्मेवारी ठेकेदार की होती है. रेल कोच रेस्टोरेंट को आकर्षक दिखाने का भी प्रयास कंपनी को ही करना होता है. रेलवे क्षेत्र में होने के कारण रेस्टोरेंट को देर रात तक संचालक खोल सकता है. कोच रेस्टोरेंट को आकर्षक बनाने के साथ-साथ आसपास के एरिया को भी संवारा जाता है. कोच को अंदर से भी आकर्षक बनाया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है