मधेपुरा. नगर परिषद को 26 वार्डाें में बांट तो दिया गया है. लेकिन व्यवस्था अब तक नहीं बदली है. कही नाला बना है तो उस पर ढक्कन नहीं है. कही ढक्कन है तो उसे अलग कर रख दिया गया है. कई जगहों पर खुला नाला छोड़ हादसे को आमंत्रित किया जा रहा है. हालत ऐसी है कि नगर में जलनिकासी के लिए गत कई वर्षों से करोड़ों रुपये नगर परिषद व अन्य विकास मदों की राशि से खर्च तो की जाती है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. लाखों की राशि से कुछ दिन पहले बने नाला का ढक्कन क्षतिग्रस्त हो गया है. इस कारण उसमें जमा गंदा पानी के सड़क पर फैलने की वजह से संक्रमण को फैलने में मदद की जा रही है. वहीं खुला नाला अप्रिय घटना को आमंत्रित कर रहा है. नगर परिषद के जनप्रतिनिधियों से लेकर पदाधिकारी तक को इसकी फिक्र नहीं है.
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