चक्रधरपुर.चक्रधरपुर शहर का विस्तार लगातार हो रहा है. लेकिन नगर परिषद सौ साल पुराने ढांचे पर चल रही है. जिसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है. शहर की सबसे बड़ी समस्या जाम की हो गयी है. यहां एनएच-75 से लेकर शहरी क्षेत्र की मुख्य सड़कों पर अतिक्रमण कारियों का कब्जा है. शहर के हार्ट ऑफ टाउन के नाम से प्रसिद्ध बाटा रोड, पोस्ट ऑफिस रोड, कपड़ा पट्टी रोड, पुरानी रांची रोड, तंबाकू पट्टी रोड, राजबाड़ी रोड, एतवारी बाजार में अतिक्रमण का खुला नजारा देखने को मिल सकता है. इन स्थानों के सड़क के दोनों किनारे ठेले, कपड़ा व्यवसायी व अन्य दुकानदारों का कब्जा लगातार बढ़ता ही जा रहा है.
शहर में इन स्थानों पर रोजाना लग रहा जाम
1. पवन चौक
शहर के पवन चौक में ट्रैफिक की बड़ी समस्या है. यहां बस पड़ाव नगर परिषद की ओर से चेकनाका व एलआइसी कार्यालय के समीप बनाया गया है. बस मालिक पवन चौक व आसपास के चौक-चौराहों में बसों को खड़ी कर पैसेंजर चढ़ाने व उतारने का काम करते हैं, जिससे लगातार जाम लगता है. ई-रिक्शा व टेंपो वाले दूसरे को ट्रैफिक जाम में फंसने को मजबूर करते हैं.
2. मारवाड़ी स्कूल के पास
चक्रधरपुर एनएच-75 के मारवाड़ी स्कूल से लेकर पोटका तक दोनों छोर पर लोग नाजायज तरीके से दुकानों को संचालित कर रहे हैं. जिससे लोगों को आये दिन परेशानी हो रही है. वर्तमान में शहर की आबादी एक लाख से अधिक है. जिस रफ्तार से आबादी बढ़ी, उसके मद्देजनर सुविधा लोगों को नहीं मिल रही है.
3. गुदड़ी बाजार
गुदड़ी बाजार पूरी तरह अतिक्रमण की चपेट में है. गुदड़ी बाजार की स्थिति काफी भयावह है.अतिक्रमण का ऐसा नजारा है कि लोगों का पैदल चलना मुश्किल भरा हो रहा है. दंबग प्रवृति के लोग गुदड़ी बाजार को अपने कब्जे में कर रखे हैं. प्रशासन अतिक्रमण के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है.
4. बाटा रोड
शहर का बाटा रोड शहर का सबसे भीड़ वाला इलाका है. यहां दुकानदारों की मनमानी, ओटो व टोटो चालकों की दबंगई से लोग जाम से कराहते रहते हैं. बाटा रोड में रोजाना जाम सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक सबसे अधिक देखा जा सकता है. यहां सौ मीटर की दूरी तय करने में लोगों को काफी समय लगता है. टोटो चालकों की आतंक से व्यवसायी व आम लोग परेशान रहते है.
5. कपड़ा पट्टी
कपड़ा पट्टी गुदड़ी बाजार की प्रवेश सड़क है. इस सड़क पर महीने के तीसों दिन जाम लगा रहता है. सुबह सात बजे से शाम के छह बजे तक लोगों को चारपहिया वाहन का आवागमन करना किसी मुश्किल भरा काम से कम नहीं होता है. करीब दो दर्जन से अधिक कपड़े की दुकानें हैं. जो सीधे सड़क पर लगायी गयी हैं. प्रशासन की चुप्पी से इन दुकानदारों का मनोबल लगातार बढ़ रहा है.6. पोस्ट ऑफिस रोड
बाटा रोड से पोस्ट ऑफिस रोड परिसर में दोनों छोर पर दर्जनों दुकानें हैं. कुछ ग्रामीण किसान अपने उत्पाद को जमीन पर सड़क किनारे बेचते हैं, तो कुछ दुकानदार अपनी दुकानों को छोड़ सड़क पर बढ़ा कर दुकानदारी करते हैं. प्रशासन द्वारा कई बार अतिक्रमण हटाया गया, लेकिन वर्तमान में स्थिति जस की तस है. प्रशासन के नजरअंदाज के कारण आम लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं.7. एनएच-75
चक्रधरपुर से गुजर कर रांची व चाईबासा जाने वाली एनएच-75 ई की हालत खराब है. यहां चक्रधरपुर के मारवाड़ी स्कूल से लेकर पोटका तक सड़क किनारे अतिक्रमण है. सबसे ज्यादा परेशानी बस मालिक, टेंप्पो, छोटा हाथी व टोटो चालकों से हो रही है. यहां पवन चौक, हनुमान चौक, एतवारी बाजार, सोनुआ बस स्टैंड, अनुमंडल अस्पताल के समीप, प्रखंड कार्यालय के समीप वाहन चालकों ने अतिक्रमण कर रहा है. शहर में बस पड़ाव, टेंपो स्टैंड व टोटो स्टैंड नहीं हैं. ऐसे में इन वाहनों के मालिक एनएच-75 के किनारे अपना स्टैंड बना रखा है.8. भारत भवन
भारत भवन के समीप अवैध बस पड़ाव बनाया गया है. शाम होते ही दर्जन भर बसों को खड़ा कर दिया जाता है. ऐसे में आम लोगों को भारी परेशानी होती है. बस मालिक अपना दबंग रौब जमा कर आम नागरिकों को परेशान कर रखे हैं. पवन चौक व अन्य स्थानों में किसी तरह पुलिस वाहन को आगे बढ़ाते हुये जाम से निकालने का प्रयास करती है, लेकिन जगह-जगह रुक कर टेंपो व टोटो यात्री को चढ़ाने के कारण जाम से परेशान हो रही है.
क्या कहते हैं शहरवासी
शहर में जाम की समस्या से निजात के लिये प्रशासन को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है. सबसे ज्यादा पर्व त्योहार के दिनों में होता है. समूचे शहर में अतिक्रमण है. -पवन खिरवाल
……………बेतरतीब चलते वाहन, सड़कों पर अतिक्रमण के कारण शहर में रोजाना जाम लग जाता है. बाजार हाट के दिनों में जाम के कारण मुसीबतें और बढ़ जाती हैं. -शिव पूजन सिंह, शिक्षक…………………शहर की यातायात व्यवस्था को ऑटो, टोटो, चार पहिया चालकों ने ठेंगे पर रखा है. उन्हें न तो पुलिस का न डर है और ही आमजनों की परेशानी से कोई मतलब. -पप्पू षाड़ंगी, समाजसेवी
……………पुलिस प्रशासन लगातार अतिक्रमण कारियों के खिलाफ कार्रवाई करती, तो शायद आम लोगों को निजात मिलती. जिस कारण लोगों का मनोबल बढ़ता जा रहा है. -धीरज ठाकुर…………………
अतिक्रमण से लोगों को जाम की परेशानी झेलनी पड़ रही है. प्रशासन का भय नहीं नहीं के कारण परेशानी बढ़ रही है. पुलिस प्रशासन को सुध लेनी चाहिये. -विजय प्रसाद सिंह, समाजसेवी……………..अनुमंडल प्रशासन शहर के अंदर वाहनों के परिचालन की दिशा निर्धारित करे. बस स्टैंड का निर्माण कराये. शहर का विकास तो नहीं हो रहा है, लेकिन परेशानी लगातार बढ़ रही है. – रूपलाल विश्वकर्मा, समाजसेवी………………
क्या कहते हैं पदाधिकारी
अतिक्रमण के खिलाफ चलेगा अभियान, होगी कार्रवाईअतिक्रमण खिलाफ अभियान चलेगा. प्रतिष्ठान मालिक अपने दायरे में व्यवसाय करें. प्रखंड कार्यालय से चेकनाका तक अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी गयी है. पूरे शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान जल्द शुरू होगा. अतिक्रमण स्थलों की सूची तैयार की जा रही है. आम नागरिकों की सुविधा के मद्देनजर कार्रवाई की जायेगी.
-सुरेश प्रसाद सिंहा, अंचलाधिकारीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है