मुजफ्फरपुर.
सदर अस्पताल के एमसीएच में आशा व मरीज के परिजन के साथ हुई मारपीट के बाद आशा कार्यकर्ता के लिए ड्रेसकोड जरूरी कर दिया गया है. बिना ड्रेस कोड में आने वाली आशा कार्यकर्ता पर कार्रवाई होगी. इधर, अस्पताल प्रशासन को लगातार मिल रही शिकायत के बाद यह आदेश जारी किया गया है. इसकी मॉनिटरिंग सीधे अस्पताल प्रबंधक करेंगे. अब गुलाबी रंग की साड़ी में ब्लू बॉर्डर लगे ड्रेसकोड में वह अपने काम करेंगी. अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि अस्पताल में आये दिन आने वाली शिकायतों के दौरान आशा कार्यकर्ता व अस्पताल के स्टॉफ की पहचान नहीं हो पाती थी. ड्रेस कोड से उनकी पहचान आसानी से हो सकेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है