Budh Gochar 2025: बुध ग्रह का कुम्भ राशि में गोचर होना एक महत्वपूर्ण घटना है, जिसे राजकुमार ग्रह के रूप में जाना जाता है. बुध को तर्क, ज्ञान, गणित और वाणी का ग्रह माना जाता है. यह व्यापार के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसे चौथे श्रेणी का पाप ग्रह माना जाता है. इसके प्रभाव से व्यक्ति राजनीतिक, कूटनीतिक, कार्यकुशल, परिवर्तनशील, बहुमुखी योग्यता वाला और सूचना देने में तत्पर बनता है. बुध, सूर्य के निकटतम ग्रहों में से एक है. अब यह शनि की राशि कुम्भ में गोचर करेगा, जिसके परिणामस्वरूप कुम्भ राशि में शनि और बुध की युति से त्रिएकादश योग का निर्माण होगा.
कुम्भ राशि में शनि और बुध के युति का प्रभाव कैसा रहेगा
बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी है. यह पृथ्वी तत्व का प्रधान ग्रह है और एक राशि से दूसरी राशि में 22 दिनों में गोचर करता है. बुध और शनि एक-दूसरे के मित्र हैं, जिससे इनकी युति का जन्मकुंडली में प्रभाव अत्यंत लाभकारी होता है. शनि, जो सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है, बुध के साथ मिलकर सामाजिक और कार्य क्षेत्र को सशक्त बनाते हैं. हालांकि, बुध को नपुंसक ग्रह माना जाता है, जो यौन शक्ति को कमजोर करता है, लेकिन आर्थिक स्थिति को मजबूत करता है. यह बौद्धिक क्षमता को भी बढ़ाता है, हालांकि स्वास्थ्य पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
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कुम्भ राशि में त्रिएकादश योग कब बनेगा
यह योग 11 फरवरी 2025 को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर बनेगा.
मेष
मेष राशि के जातकों के लिए एकादश भाव में बुध और शनि का संयोग हो रहा है, जिससे आय के स्रोत मजबूत होंगे और करियर में प्रगति होगी. भाग्य का साथ मिलेगा और व्यापार में लाभ की संभावना है. रिश्तेदारों से सहयोग प्राप्त होगा. प्रेम संबंधों में जो नाराजगी थी, वह समाप्त होगी और आप दोनों एक साथ समय बिताएंगे. हालांकि, संतान की शिक्षा में कुछ बाधाएं आ सकती हैं.
वृष
वृष राशि के जातकों के लिए दशम भाव में बुध और शनि का संयोग हो रहा है. जिन लोगों को धन-संपत्ति को लेकर चिंता थी, वह समाप्त होगी. पारिवारिक जीवन में कुछ समस्याएं बनी रहेंगी, लेकिन करियर में उन्नति की संभावना है. अधिकारियों के साथ संबंधों को बेहतर बनाए रखें. दांपत्य जीवन में कुछ चुनौतियाँ आ सकती हैं.
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों के नवम भाव में बुध और शनि का संयोग होगा, जिससे उन्हें भौतिक सुख-सुविधाओं का लाभ प्राप्त होगा. परिवार के सदस्यों के साथ सामंजस्यपूर्ण संबंध रहेंगे और व्यापार में प्रगति होगी. व्यापार के सिलसिले में यात्रा संभव है, जो लाभकारी सिद्ध होगी. आर्थिक स्थिति संतोषजनक रहेगी और स्वास्थ्य भी सामान्य रहेगा.
सिंह
सिंह राशि के जातकों के सप्तम भाव में शनि और बुध का संयोग होगा, जिससे वे इस समय सकारात्मक अनुभव करेंगे. कार्यक्षेत्र में मजबूती आएगी और नए परियोजनाओं पर कार्य करने का अवसर मिलेगा. मन प्रसन्न रहेगा और अधिकारी भी संतुष्ट रहेंगे. व्यापार में लाभ की संभावना है और प्रेम संबंध भी मजबूत होंगे.
तुला
तुला राशि के जातकों के पंचम भाव में शनि और बुध का संयोग होगा, जिससे उनका मन चंचल रहेगा. धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी. नौकरी में उन्नति के अवसर मिलेंगे और यदि वे शेयर या ट्रेडिंग में संलग्न हैं, तो उन्हें लाभ होगा. दांपत्य जीवन सुखद रहेगा और स्वास्थ्य भी सामान्य रहेगा.
कुम्भ
कुम्भ राशि के जातकों के लिए शनि और बुध की युति पहले भाव में होगी, जिससे इस समय आपको मिश्रित लाभ प्राप्त होगा. हालांकि, कुछ गलत गतिविधियों में वृद्धि हो सकती है, जिससे नुकसान हो सकता है. नौकरी में आपको ऊर्जा के साथ कार्य करने की आवश्यकता होगी और नौकरी के संबंध में यात्रा की संभावना है. व्यापार में लाभ की उम्मीद है, लेकिन इस माह पैसे का लेन-देन करने से बचें. भाई-बहन से सहयोग प्राप्त होगा.
जन्मकुंडली, वास्तु, तथा व्रत त्यौहार से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847