सिसई. एसडीओ राजीव नीरज ने सिसई प्रखंड के सभागार में प्रखंड के सभी डीलरों व मुखियाओं के साथ बैठक की. बैठक में राशन वितरण मुख्य मुद्दा रहा है. एसडीओ ने कहा है कि राशन वितरण में किसी प्रकार की लापरवाही व अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जायेगी. एसडीओ ने सभी डीलरों को समय पर 100 प्रतिशत राशन वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. साथ ही किसी तरह की शिकायत मिलने पर लाइसेंस रद्द करने की बात कही. उन्होंने प्रखंड व पंचायत स्तर पर सतर्कता समिति गठित कर राशन वितरण करने, मिड डे मील, आंगनबाड़ी पोषाहार का मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया. कहा कि प्रखंड स्तर में प्रमुख व पंचायत स्तर में मुखिया की अध्यक्षता में समिति का गठन होना है. एसडीओ ने कहा कि अगर कहीं से भी राशन वितरण में कोई शिकायत मिलती है, तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जायेगी. इसलिए राशन वितरण समय पर सरकारी मापदंड के अनुसार हो. बता दें कि राशन वितरण को लेकर गढ़वा जिले में हुई घटना के बाद गुमला डीसी के निर्देश पर एसडीओ ने सिसई प्रखंड में बैठक की. इधर बैठक की सूचना पूर्व में भी देने के बाद भी प्रखंड के सभी डीलर व मुखिया बैठक में शामिल नहीं हुए. इस पर एसडीओ ने अनुपस्थित सभी डीलरों व मुखियाओं को सीओ सह एमओ को शोकॉज करने का निर्देश दिया.
नशे में धुत पति ने की पत्नी की हत्या
पालकोट. पालकोट थाना के गोनमेर खूंटीटोली गांव निवासी रामकुमार उरांव उर्फ घुड़ा उरांव (60) ने अपनी पत्नी अंजनी देवी (55) को डंडे से पीट-पीट कर हत्या कर दी. पुलिस ने अभियुक्त रामकुमार उरांव को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि दोनों पति-पत्नी शराब पीने के बाद आपस में लड़ने लगे. विवाद इतना बढ़ गया कि रामकुमार ने नशे में अपनी पत्नी अंजनी देवी को डंडे से कई बार पीट दिया, जिससे अंजनी देवी घायल हो गयी. घायल अवस्था में उसे गुमला सदर अस्पताल इलाज के लिए लाया गया, जहां उसकी मौत हो गयी. ग्रामीणों ने बताया कि हमारे गांव नागोटोली में हर दिन सुबह को दोनों पति-पत्नी शराब पीने आते थे. कोई ऐसा दिन नहीं था कि दोनों शराब नहीं पीते थे. शराब पीने के बाद किसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हो गया और पति ने पत्नी को पीट दिया. इधर पालकोट पुलिस को सूचना मिलने पर थानेदार राहुल कुमार दसौंधी गांव पहुंचे. हत्या के अभियुक्त पति रामकुमार उरांव उर्फ घुड़ा उरांव को गिरफ्तार कर थाना ले गये.
नाबालिग ने फांसी लगा कर की आत्महत्या
गुमला. सदर थाना के कुम्हरिया गांव निवासी संजय खड़िया के पुत्र विकास खड़िया (17) ने अपने कमरे में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. घटना गुरुवार की रात आठ बजे की है. परिजनों ने उसे आनन-फानन में सदर अस्पताल गुमला में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. घटना के संबंध में मृतक के पिता ने गुमला थाना में यूडी केस दर्ज कराया है. आवेदन में कहा है कि गुरुवार की रात आठ बजे मैं खाना खाकर अपने कमरे में था और मेरी पत्नी व बेटा बजरंग खड़िया खाना खाकर घर में बैठे थे. मेरा बेटा विकास खड़िया अपने कमरे में धरना में गमछा के सहारे फांसी लगा कर झूल गया. घटना को मेरी पत्नी ने करीब 15 मिनट बाद देखी कि मेरा बेटा घर के धरना में गमछा से फंदा लगाया था. इसकी सूचना मुझे दिया और मैं उठ कर अगल बगल के सहयोग से रात 9:30 बजे सदर अस्पताल गुमला लाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मेरा बेटा पूर्व से ही मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी.
मोबाइल देखने से मना किया, तो छात्रा ने की आत्महत्या
गुमला. गुमला शहर में आठवीं कक्षा की एक छात्रा ने आत्महत्या कर ली. परंतु शव का पंचनामा नहीं हुआ. पुलिस अधिकारी ने कहा कि मेरे पास पंचनामा के कागज नहीं है. अंत में परिजन बिना पोस्टमार्टम कराये शव को ने गये. एसएस बालिका हाइस्कूल गुमला की आठवीं कक्षा की छात्रा बसंती कुमारी ने मंगलवार की दोपहर फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. परिजनों ने बताया कि उसके पिता जुगला राम मोटिया का काम करता है, जबकि मां सुनीता देवी दूसरे के घर में झाड़ू-पोछा का काम करती है. दोपहर में सुनीता देवी ने अपनी बेटी को मोबाइल से खेलते व फोटो खींचते देखी. इसके बाद सुनीता ने अपनी बेटी को समझाते हुए मोबाइल की जगह पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए कहा. इससे गुस्सा में बसंती कुमारी घर के कमरे में घुस फांसी लगा ली. बेटी को फंदे पर लटका देख तुरंत उसे उतार कर गुमला सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. इधर, मां सुनीता देवी ने कहा कि वे लोग मजदूरी कर अपनी बेटी को पढ़ा रहे थे, ताकि बेटी पढ़-लिख कर कुछ करें. परंतु जब से आठवीं में उसकी बेटी गयी है, उसे मोबाइल की लत लग गयी है. वह मोबाइल से ही खेलते रहती है. उसने सिर्फ अपनी बेटी को मोबाइल नहीं देखने के लिए कहा. इसलिए उसने अपनी जान दे दी. इधर, पिता जुगला राम ने कहा कि मेरी बेटी की मौत के बाद अस्पताल के एक व्यक्ति ने कहा कि शव को घर ले जाओ. हमलोग शव ले जा रहे थे, तभी किसी ने कहा कि पोस्टमार्टम करा लें. पुलिस को सूचना दी गयी. सादे लिबास में एक पुलिस अधिकारी आये और कहने लगे कि मरने वाला मर गया है. आओ जानकारी दो. परिजन रोते हुए पुलिस अधिकारी के पास पहुंचे, तो अधिकारी ने पंचनामा नहीं होने का हवाला दिया. पंचनामा होने में देर होने पर परिजन शव का बिना पोस्टमार्टम कराये घर ले गये. इधर, थानेदार सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि परिजन नहीं चाह रहे थे कि शव का पोस्टमार्टम हो. इसलिए जब केस आइओ ने पंचनामा पेपर थाना से लाने की बात कही और वे जब पंचनामा पेपर लेकर अस्पताल पहुंचे, तब तक परिजन शव को लेकर चले गये थे.दो सड़क हादसे में तीन घायल, एक रेफर
गुमला. गुमला शहर में दो अलग-अलग स्थानों पर हुए सड़क हादसे में तीन लोग घायल हो गये. घायलों में पीयूष टेटे (40), करमटोली निवासी आकाश राम (25) व अरविंद कुजूर (24) शामिल हैं. तीनों घायलों को स्थानीय लोगों के सहयोग से सदर अस्पताल गुमला भिजवाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद पीयूष टेटे को बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया. पहली घटना संत इग्नासियुस स्कूल के समीप हुई, जिसमें बाइक सवार पीयूष टेटे अज्ञात वाहन की चपेट में आने से घायल हो गया. वहीं दूसरी घटना पालकोट रोड के समीप हुई, जिसमें करमटोली निवासी आकाश राम व अरविंद कुजूर बाइक से पालकोट रोड से अपने घर लौटने के क्रम में टेंपो अचानक बीच सड़क पर आ जाने से अनियंत्रित होकर गिरने से घायल हो गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है