तेनुघाट. रोजगार के लिए महाराष्ट्र गये पेटरवार प्रखंड अंतर्गत उलगड्डा पंचायत के सनयगढ़ा निवासी सहदेव किस्कू (22 वर्ष) का शव आया. वहां संदेहास्पद स्थिति में उसकी मौत पांच फरवरी को हो गयी थी. शुक्रवार की सुबह लगभग 9:30 बजे गांव लाया गया. उसकी मां बिरंति देवी रो- रो कर बार-बार बेहोश हो जा रही थी. अन्य परिजनों का भी रो-रो बुरा हाल था.
ढाई माह पूर्व रोजगार के लिए गया था सहदेव
सहदेव ढाई माह पूर्व दो साथियों के साथ काम करने महाराष्ट्र गया था. महाराष्ट्र के पालघर जिला के बोईसर थाना अंतर्गत विराज प्रोफाइल स्टील प्लांट नामक कंपनी में दैनिक मजदूरी करता था. वहीं किसी घर में रहता था. मृतक के चचेरा भाई वार्ड सदस्य बुधन किस्कू और मुखिया अरविंद मुर्मू ने बताया कि पांच फरवरी को महाराष्ट्र से फोन आया और कहा कि थाना से बोल रहे है. सहदेव किस्कू ने एक फरवरी को फांसी लगा कर आत्महत्या ली है. शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाओ. हमलोग महाराष्ट्र के बोइसर पहुंचे तो सहदेव किस्कू का फंदे से लटका हुआ फोटो दिखाया गया. इसमें उसके हाथ बंधे हुए थे और पेंट खुला हुआ था. घर में खाना की थाली पड़ी हुई थी. पुलिस के अनुसार एक सुसाइड नोट भी मिला है, लेकिन वह हमलोगों को नहीं दिखाया गया. सहदेव का जब्त किया मोबाइल फोन भी हमें नहीं दिखाया गया. बुधन किस्कू ने महाराष्ट्र पुलिस की जांच पर संदेह जताया और कहा कि सहदेव को मार कर फांसी से लटकाया गया है. वहां की पुलिस कुछ छुपा रही है.
जानकारी के अनुसार सहदेव के पिता की पूर्व में ही मौत हो चुकी है. उसका बड़ा भाई गांव में रहता है. मुखिया ने बताया कि शव को महाराष्ट्र से लाने में मंत्री योगेंद्र प्रसाद, बीडीओ संतोष कुमार महतो, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी विभाग रांची का योगदान रहा. शव एंबुलेंस से लाया गया. जिप सदस्य अशोक मुर्मू, मुकेश महतो, कौशर हाशमी, गंगा तुरी, राजू किस्कू, शंभू मुर्मू, बाबूदास मुर्मू, फूलचंद मरांडी, बुधन सोरेन, परमेश्वर सोरेन आदि मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाने पहुंचे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है