Rourkela News: राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) के इस्पात जनरल अस्पताल द्वारा आयोजित 44वें अखिल भारतीय इस्पात चिकित्सा अधिकारी सम्मेलन की शुरुआत शुक्रवार को अपोलो अस्पताल के आइपीजीआइ और एसएसएच सभागार में हुई. बतौर मुख्य अतिथि आरएसपी के निदेशक प्रभारी (डीआइसी) आलोक वर्मा, और सम्मानित अतिथि एनआइटी राउरकेला के निदेशक प्रो उमामहेश्वर राव ने इसका उद्घाटन किया. मंच पर सीएमओ प्रभारी (एमएंडएचएस) डॉ जेके आचार्य और डिप्टी सीएमओ (एमएंडएचएस) डॉ मनोरंजन सामंतराय उपस्थित थे.
भारत में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में सुधार पर दिया जोर
निदेशक प्रभारी श्री वर्मा ने कहा कि इस्पात उद्योग के डॉक्टर बहुत चुनौतीपूर्ण स्थिति में काम करते हैं. हमारे इस्पात अस्पतालों में अपार क्षमताएं हैं, हमें कम से कम लागत में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए संसाधनों का इष्टतम उपयोग करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि भारत में चिकित्सा पर्यटन के साथ-साथ चिकित्सा शिक्षा भी तेजी से बढ़ रही है, उन्होंने भारत में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में सुधार पर जोर दिया. उन्होंने अपने कॉलेज जीवन की एक घटना भी सुनाई कि कैसे एक छोटे से क्लिनिक का डॉक्टर उनका और उनके दोस्तों का इलाज करता था. प्रो राव ने अपने भाषण में भारत की स्वतंत्रता के बाद से जीवन प्रत्याशा में वृद्धि के आंकड़ों का उल्लेख करते हुए चिकित्सा क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के महत्व पर प्रकाश डाला. इस अवसर पर गणमान्य व्यक्तियों ने स्मारिका का भी उद्घाटन किया. उद्घाटन समारोह की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और आरएसपी पर लघु फिल्म के प्रदर्शन के साथ हुई. डॉ जेके आचार्य ने सभा का स्वागत किया, जबकि डॉ मनोरंजन ने अंत में धन्यवाद प्रस्ताव रखा.
देश के कई इस्पात संयंत्र के प्रतिनिधि हुए शामिल
यह सम्मेलन इस्पात उद्योग के उन निपुण डॉक्टरों को एक साथ लाता है, जिनके समर्पण और विशेषज्ञता ने इस क्षेत्र के भीतर चिकित्सा बिरादरी को आकार देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. दो दिवसीय सम्मेलन में चर्चाएं, इंटरैक्टिव सत्र, प्रतिस्पर्धी प्रस्तुति और बहुप्रतीक्षित मेडी-क्विज शामिल हैं. उप सीएमओ (एमएंडएचएस) डॉ लीजा देव ने उद्घाटन समारोह का समन्वय किया. उद्घाटन समारोह में कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) तरुण मिश्रा, कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) विश्वरंजन पलाई उपस्थित थे. इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) अनिल कुमार एवं कई मुख्य महाप्रबंधक, सेल की सहयोगी इकाइयों यथा भिलाई इस्पात संयंत्र, बोकारो इस्पात संयंत्र, दुर्गापुर इस्पात संयंत्र, आइआइएससीओ इस्पात संयंत्र, वीआइएसएल के अस्पतालों के प्रमुख तथा आरआइएनएल, टाटा स्टील और देश के अन्य इस्पात संयंत्रों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है