Election Result: भारत के विधानसभा एवं लोकसभा में राउंड दर राउंड मतगणना होती है, जहां हर राउंड में एक निर्धारित संख्या में ईवीएम की गिनती होती है. हर विधानसभा क्षेत्र में ईवीएम की संख्या के आधार पर राउंड तय किए जाते हैं. जैसे ही एक निश्चित संख्या में ईवीएम की गिनती पूरी हो जाती है, उसे एक राउंड माना जाता है. आइए जानते हैं कि मतगणना की पूरी प्रक्रिया क्या होती है और फाइनल परिणाम कैसे घोषित किए जाते हैं.
मतगणना की प्रक्रिया
मतगणना (काउंटिंग) की प्रक्रिया पूरी तरह चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार होती है. इसमें निम्नलिखित चरण होते हैं:
- मतगणना केंद्र का निर्धारण: चुनाव आयोग प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक मतगणना केंद्र तय करता है.
- ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रूम से निकालना: मतदान समाप्त होने के बाद ईवीएम मशीनों को स्ट्रॉन्ग रूम में सुरक्षित रखा जाता है. मतगणना के दिन इन्हें बाहर निकाला जाता है.
- उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी: ईवीएम मशीनें उम्मीदवारों के अधिकृत प्रतिनिधियों की उपस्थिति में खोली जाती हैं.
- राउंड वाइज गिनती: ईवीएम में दर्ज वोटों की गिनती चरणबद्ध तरीके से की जाती है. प्रत्येक चरण (राउंड) में एक निश्चित संख्या में ईवीएम की गणना होती है.
- फाइनल रिजल्ट: सभी राउंड पूरे होने के बाद अंतिम परिणाम घोषित किया जाता है.
कैसे तय होते हैं मतगणना के राउंड?
किसी भी विधानसभा क्षेत्र में कितने राउंड होंगे, यह उस क्षेत्र में प्रयोग हुई ईवीएम की संख्या पर निर्भर करता है. आमतौर पर एक राउंड में 14 ईवीएम की गिनती की जाती है.मतगणना के राउंड को चुनाव आयोग द्वारा तय किया जाता है और यह मतदान केंद्र की संख्या, क्षेत्रीय विभाजन और कुल वोटों के आधार पर निर्धारित होते हैं. पहले, चुनाव आयोग वोटों की गिनती के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र को अलग-अलग राउंड में विभाजित करता है. इसके बाद, वोटों की गिनती शुरू होती है, जहां पहले पोस्टल बैलट, फिर ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के वोटों की गिनती होती है. हर राउंड में उम्मीदवारों के वोटों की गिनती की जाती है और एक राउंड में वोटों की गिनती पूरी होने के बाद परिणाम की घोषणा की जाती है.
ईवीएम गिनती का मानक
- प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में अलग-अलग संख्या में बूथ होते हैं.
- हर बूथ पर एक ईवीएम का उपयोग किया जाता है.
- जब 14 ईवीएम की गिनती पूरी होती है, तब उसे एक राउंड माना जाता है.
- बड़ी आबादी वाले क्षेत्रों में ज्यादा बूथ होते हैं, इसलिए वहां राउंड की संख्या अधिक होती है.
बड़ी आबादी वाले क्षेत्रों में ज्यादा बूथ होते हैं, इसलिए वहां राउंड की संख्या अधिक होती है.
फाइनल नतीजे कब घोषित होते हैं?
- जैसे-जैसे राउंड पूरे होते जाते हैं, रुझान सामने आने लगते हैं.
- सभी ईवीएम की गिनती पूरी होने के बाद चुनाव आयोग आधिकारिक रूप से विजेता की घोषणा करता है.
- किसी भी संदेह की स्थिति में दोबारा गिनती या वीवीपैट (VVPAT) पर्चियों का मिलान किया जाता है.
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