हरदा. जिले के प्रसिद्ध माता कामाख्या देवी मंदिर में आज ठाड़ी व्रत का पूजन होगा. इसको लेकर सभी तैयारी पूरी हो गयी ठाड़ी व्रत तीन दिनों का पर्व होता है जिसे छठ पूजा की तरह नहाए खाय, खरना, संध्या अर्घ, फिर रविवार के दिन घरों में पूजा पाठ कर मंदिर के लिए घर से निकलते हैं. सिर पर धूपची , धान,गेहूं के बाली,के साथ पान प्रसाद, बैर, गजट, मिश्री, केला दूध के साथ निकलते हैं. रास्ते में जो भी मंदिर मिलते हैं उसकी परिक्रमा कर माता कामाख्या मंदिर के दर्शन करते हैं. वापसी जिस जगह सूर्य अस्त होता है वहीं पर धूपची को विसर्जित करके घर आते हैं. यह ठाड़ी व्रत पुत्र प्राप्ति,परिवार सुख समृद्धि के पूर्ण होने पर महिलाएं करती हैं. पंडित गौरी झा ने बताया कि कामाख्या मंदिर असम में स्थित कामरू कामाख्या मंदिर का एक अंग है .प्रत्येक मंगलवार को यहां पूजा होती है. भक्त मंदिर में आकर माता की आराधना करते हैं और अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर पुनः माता को गछित को पूरा करते हैं. मंदिर कमिटी के अध्यक्ष सूर्यकांत मिश्रा,सचिव भोला यादव,सदस्य पूर्व सरपंच राजेंद्र यादव, श्रीदेव झा,पूर्व मुखिया संतोष मिश्रा आदि ने बताया कि यह ठाड़ी व्रत बसंत पंचम के बाद आने वाले पहले रविवार को किया जाता .वहीं कामाख्या ओपी थानाध्यक्ष ऋषि यादव ने बताया कि मंदिर परिसर में पुलिस बल की तैनाती रहेगी. मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी के माध्यम से विशेष निगरानी रहेगी . ज्ञात हो कि 28 जनवरी को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान मंदिर में लगनेवाले मेला राजकीय मेला का दर्जा दिये जाने की घोषणा की थी. धमदाहा विधायक सह मंत्री लेशी सिंह की पहल पर मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की थी.
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