बेतिया. केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण और सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव रविवार को बिहार दौरे पर आएंगे. यहां बेतिया शहर में वें छावनी आरओबी के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे. इसको लेकर शहर के प्रजापति हॉल्ट के समीप सभा स्थल बनाया गया है. जहां करीब 2000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है. रेल मंत्री के कार्यक्रम को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है. रेलवे जीएम, डीआरएम समेत अन्य अधिकारियों ने भी कार्यक्रम को लेकर तैयारियों का जायजा लिया है. कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा को लेकर भी कड़े इंतजाम किये गये हैं. जानकारी के अनुसार, रेल मंत्री श्री वैष्णव सुबह 11.45 बजे दिल्ली से हवाई मार्ग से गोरखपुर पहुंचेंगे. वहां 12.15 बजे से एमआर स्पेशल ट्रेन से बेतिया के लिए रवाना होंगे. बेतिया में दोपहर 2.15 बजे पहुंचने के बाद सबसे पहले छावनी आरओबी का उद्घाटन करेंगे. डीआरएम विनय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर सभी तैयारी पूरी हो चुकी है. एमआर स्पेशल ट्रेन को गोरखपुर रवाना कर दिया गया है. बेतिया में कार्यक्रम के बाद रेल मंत्री इसी ट्रेन से पटना जाएंगे और फिर से वहां से हवाई मार्ग से दिल्ली के लिए रवाना होंगे. इधर, बेतिया में कार्यक्रम को लेकर भव्य सभा स्थल बनाया गया है. मंच पर मंत्री के साथ केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दूबे, बिहार सरकार में पशुपालन मंत्री रेणु देवी, पश्चिम चंपारण के सांसद डॉ संजय जायसवाल, वाल्मीकिनगर सांसद सुनील कुमार समेत अन्य गणमान्य व रेलवे तथा जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहेंगे. इधर, कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा को लेकर कड़े प्रबंध किये गये हैं. भाजपा जिलाध्यक्ष रूपक लाल श्रीवास्तव की अगुवाई में भाजपा नेताओं ने भी कार्यक्रम स्थल पर तैयारियों का जायजा लिया है. रेल मंत्री के दौरे से जिलेवासियों की बढ़ी हैं उम्मीदें बेतिया. शहर में रेल मंत्री के दौरे को लेकर जिलेवासियों की उम्मीदें बढ़ गई हैं. खासकर यहां से नई दूरस्थ ट्रेनें, नई रेल लाइन, मौजूद स्टेशन, हॉल्ट और रेल यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी होने की उम्मीद आम लोगों में जग गयी है. उल्लेखनीय है कि जिले का सदियों से पिछड़ा हुआ एक बहुत बड़ा दियारावर्ती और वन समीपवर्ती इलाका रेल लाइन की सुविधाओं से दूर है. ऐसे में बगहा से भाया चौतरवा-रतवल और योगापट्टी होते हुए अरेराज, नरकटियागंज से लौरिया होते बेतिया तथा मैनाटांड़ से बेतिया तक नयी रेल लाइन की घोषणाओं की उम्मीद जगी है. नरकटियागंज-भितिहरवा और नरकटियागंज-रक्सौल रेल लाइन पर नयी दूरस्थ सुपरफास्ट ट्रेनों को चलाने की मांग हो रही है. वर्तमान में जिले के कई नये स्टेशनों का चयन अमृत भारत योजनाओं से किया गया है, इस क्रम में कई स्टेशनों का विकास और विस्तार जारी है. साथ ही अभी भी जिले में तमाम रेलवे स्टेशन व जंक्शन समेत हाल्ट पर अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से युक्त साधन और संसाधनों की घोर कमी है. जबकि बेतिया से पटना व गोरखपुर के लिए बंद हुई यात्री ट्रेनों को पुन: चलाने की मांग जारी है. नरकटियागंज-दरभंगा-गोरखपुर के बीच पूर्व की तरह ट्रेन परिचालन की मांग हुई तेज नरकटियागंज. सत्याग्रह की धरती पर रेल के माध्यम से सुहाने सफर की आस लगाये चंपारणवासियों में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के आगमन को लेकर आशा की एक नयी किरण जग गयी है. इसमें नरकटियागंज में वाशिंग पिट का निर्माण, जंक्शन का प्रवेश व निकास द्वार, नरकटियागंज से रक्सौल दरभंगा, नरकटियागंज से गोरखपुर के बीच पूर्व की तरह ट्रेन का परिचालन, भिखनोठोरी जंक्शन का कायाकल्प और गौनाहा से भिखनाठोरी तक आमान परिवर्तन कार्य कर नेपाल से कनेक्टिविटी के अलावा ऐतिहासिक भितिहरवा आश्रम स्टेशन से पटना, दिल्ली और पोरबंदर तक एक्सप्रेस ट्रेन परिचालन की आस लग गयी है. नरकटियागंज रेल विकास संघर्ष समिति के संयोजक कन्हैया अग्रवाल बताते है कि पिछले दस सालों से नरकटियागंज जंक्शन को जो मिलनी चाहिए वो नहीं मिली. एक साल हो गए वाशिंग पिट का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सका. पूर्व की तरह ट्रेनें नहीं चल सकी. चूंकि रेल मंत्री चंपारण में आ रहे हैं तो तो उम्मीद है कि रेल के क्षेत्र में विकास को गति मिलेगी और चंपारण के लोगो को इसका परोक्ष लाभ मिल सकेगा.
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