रांची.
अधिवक्ताओं ने अंजुमन के साथ मिलकर लीगल सेल का जो काम शुरू किया है, वह सराहनीय है. उक्त बातें झारखंड माइनॉरिटी एडवोकेट एसोसिएशन रांची के तत्वावधान में अंजुमन प्लाजा के मौलाना आजाद हॉल में आयोजित सम्मेलन में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन ने कहीं. उन्होंने कहा कि हमारे समाज के प्रबुद्ध बुद्धिजीवी अधिवक्ताओं ने समाज के गरीब और असहाय लोगों की परेशानियों को देखते हुए यह साहसी कदम बढ़ाया है. जब तक हम और हमारा समाज शिक्षित नहीं होगा, आगे का रास्ता तय करने में परेशानी होगी. हम तरक्की करेंगे. हाइकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता ए अल्लाम ने कहा कि ऐसा कार्यक्रम कर हम समाज को आगे बढ़ा सकते है.अधिवक्ताओं में लोगों का विश्वास कायम है
डीआइजी नौशाद आलम ने कहा कि समाज में पुलिस से ज्यादा अधिवक्ताओं में लोग सहजता से विश्वास करते हैं. उन्होंने कहा कि जब तक आप एक नहीं होंगे, तब तक कामयाबी नहीं मिलेगी. सेवानिवृत्त सीबीआइ जज अशरफ अंसारी ने ऐसे आयोजन की सराहना की. एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता मुमताज खान ने सभी अतिथियों का स्वागत किया. मुख्य अतिथि ने 50 वर्ष से अधिक की प्रैक्टिस करनेवाले वरीय अधिवक्ता को शॉल और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया .सम्मानित होनेवालों में गुमला के ताहा, रांची के जमीलुर्रान और जमा खान शामिल हैं. संचालन अधिवक्ता नसर इमाम व धन्यवाद ज्ञापन अरशद ने किया. मौके पर कलाम रशीदी, इबरार, मुस्लिम चौधरी, खैरुल्लाह, अधिवक्ता शमीम, इकबाल, मजहर खान, अजहर, परवेज, गुफरान, रऊफ अंसारी, शमीम, नदीम, शाहिद, इम्तियाज अशरफ, फहीम, सुरैया जबी, खालिदा हया, आबरू बेगम, सिम्मी परवीन, मोदब्बीर हुसैन, मुजम्मिल सहित अन्य उपस्थित थे.
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