जहानाबाद.
शहर के डीएम ऑफिस के निकट देवरिया मुहल्ले की सड़क बदहाल है. यह सड़क शहर के देवरिया मुहल्ले से होकर बरबिगहा, मदारपुर होते हुए बारा गांव तक जाती है. सड़क जगह-जगह गड्ढों में तब्दील हो गयी है. कहीं-कहीं तो रोड खंडहर की तरह नजर आती है. कई जगहों पर नल का पानी सड़क पर बहता है. ऐसे में उस जगह पर लोगों के लिए पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. वाहन भी इस मार्ग से होकर हिचकोले खाते हुए जाती हैं. बरसात के दिनों में सड़क पर बने अनगिनत गड्ढों में पानी जमा हो जाता है. वहीं गर्मी में गांव की कच्ची सड़कों की तरह इस पर धूल उड़ती है. शहर के कारगिल मोड़ से शहर के देवरिया मुहल्ला होते हुए बरबिगहा, मदारपुर से होकर बारा जाने वाली सड़क की यही पहचान बन चुकी है. हाल यह है कि इस सड़क पर सड़क कम और गड्ढे अधिक नजर आते हैं. शहर के अन्य हिस्सों में रहने वाले लोग इस सड़क से होकर गुजरने में कतराते हैं, जबकि इस इलाके के लोगों को इसी जर्जर सड़क से होकर आना-जाना उनकी विवशता बनी हुई है. उक्त मुहल्ला और गांव के लोगों के लिए जहानाबाद का समाहरणालय और शहर आने का यह प्रमुख मार्ग है. उन मुहल्ला गांव के लोगों के घरों में रहने वाले बच्चे इसी सड़क से होकर पढ़ने के लिए जहानाबाद आते हैं. इसी सड़क से लगा हुआ शहर का देवरिया नाला है. नाला भी बदहाल स्थिति में है. जगह-जगह नाली का पानी सड़क से होकर बहता है. बरसात के दिनों में तो स्थिति नारकीय हो जाती है. इन सबके बावजूद इस सड़क के निर्माण पर किसी का ध्यान नहीं है. इलाके के लोग बताते हैं कि करीब 15 साल पहले इस सड़क का निर्माण हुआ था. सड़क पर पीसीसी की ढलाई की गई थी. सड़क निर्माण के दो-चार साल बाद से ही ढलाई से गिट्टी निकालने का सिलसिला शुरू हो गया था. इसके बाद यह सड़क धीरे-धीरे जर्जर होनी शुरू हो गयी. पिछले सात-आठ साल से इस सड़क की हालत बदतर है. इस सड़क पर असंख्य गड्ढे बने हैं. इन गड्ढों में गर्मी के दिनों में धूल भरी रहती है और बरसात के दिनों में इन गड्ढों में कीचड़ और पानी भर जाता है जिसके कारण इस सड़क पर गर्मी में ग्रामीण इलाकों के कच्ची सड़क की तरह धूल उड़ती है और बरसात में गड्ढे में पानी भरा रहता है. अनजान वाहन सवारों को गड्ढे की गहराई का पता नहीं होता ऐसे में वह असंतुलित होकर गिर जाते हैं, इस सड़क से गुजरने पर कई साइकिल और बाइक सवार गिरकर चोटिल हो चुके हैं. जबकि बड़े वाहनों और कर में गुजरने वाले सवारों को हिचकोले खाना पड़ता है. इस सड़क से होकर कई स्कूलों की बसें ऑटो और विंगर गुजरती है. गड्ढे में हिचकोले खाने के बाद वाहनों में बैठने वाले बच्चे बस के अंदर अपनी सीटों से नीचे गिर जाते हैं. गड्ढे के हिसकोले में इस सड़क पर कई छोटे वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं, बावजूद इसके इस रोड के निर्माण की ओर अभी तक किसी अधिकारी के द्वारा ध्यान नहीं गया है. मुहल्ले वाले बताते हैं कि उन लोगों के द्वारा कई बार जिला प्रशासन और नगर परिषद को सड़क निर्माण के लिए गुहार लगा चुके हैं, बावजूद इसके किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. पिछले दिनों इस सड़क के इर्द-गिर्द रहने वाले मुहल्ले के लोगों ने इसके निर्माण के लिए धरना भी दिया था और एडीएम से मिलकर ज्ञापन भी सौंपा था. इस संबंध में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी दीनानाथ सिंह ने बताया कि सड़क का अभियंता से निरीक्षण कराकर उसकी डीपीआर तैयार की जायेगी. उसके बाद मरम्मत को लेकर कार्रवाई की जायेगी़
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