Beti ki Vidai ke Upay: विवाह के बाद जब लड़की अपने ससुराल में प्रवेश करती है, तो उसे एक ओर खुशी का अनुभव होता है, वहीं दूसरी ओर एक प्रकार का भय भी होता है. उसे यह चिंता होती है कि ससुराल के सदस्य कैसे होंगे, क्या उसका परिवार उन्हें समझ सकेगा या नहीं, इत्यादि. यही चिंता उसके मायके वालों को भी परेशान करती है. माता-पिता अक्सर इस चिंता में रहते हैं कि शादी के बाद उनकी बेटी को वह खुशी मिलेगी या नहीं, जैसा उन्होंने अपेक्षित किया है. लेकिन यह जीवन का एक स्वाभाविक क्रम है कि बेटियों को एक दिन अपने ससुराल जाना होता है. बेटी का जीवन सुखमय हो, इसके लिए हम आपको कुछ सरल ज्योतिषीय उपाय बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाना आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा.
हल्दी की गांठ के उपाय
बेटी की विदाई के समय उसके आंचल में सात हल्दी की गांठ रखी जानी चाहिए. जब वह ससुराल पहुंचे, तो उसे हल्दी को पीले कपड़े में बांधकर अपनी अलमारी में रख लेना चाहिए. इस प्रक्रिया से ससुराल में बेटी को बहुत सारा प्यार प्राप्त होगा.
नहीं मिल रहा है अगर सच्चा जीवन साथी तो वैलेंटाइन डे के दिन करें ये टोटके
मेहंदी के उपाय
सौ ग्राम मेहंदी के तीन पैकेट लेकर उन्हें काली मंदिर में अर्पित करें. देवी के चरणों में इन तीनों मेहंदी के पैकेट के साथ कुछ दक्षिणा, फूल-फल, मिठाई, सिंदूर और वस्त्र चढ़ाएं. इसके पश्चात, देवी को अर्पित की गई मेहंदी में से दो पैकेट और एक फल किसी गरीब सुहागन को दें. फिर उस गरीब सुहागन से एक पैकेट मेहंदी वापस ले लें. वापस ली गई मेहंदी को उस गरीब सुहागन के हाथों से लगवाएं. जैसे-जैसे उस महिला के हाथों और पैरों से मेहंदी हटेगी, आपकी बेटी का कष्ट भी ससुराल से कम होता जाएगा.
हल्दी और तांबे से करें उपाय
बेटी को विदा करने से पूर्व एक लोटे में जल भर लें. इस जल में हल्दी और एक तांबे का सिक्का डालें. फिर इस जल को पहले बेटी के सिर के ऊपर से सात बार घुमाएं. इसके बाद, इस लोटे को उसके हाथ में दे दें. जब बेटी विदा हो जाए, तो इस लोटे में रखा जल पीपल के पेड़ पर चढ़ा दें. ऐसा करने से बेटी को ससुराल में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा.
उरद दाल का उपाय
जिस दिशा में आपकी बेटी का ससुराल स्थित है, उस दिशा में मेहंदी में साबुत काला उरद दाल मिलाकर फेंक दें. इससे ससुराल में आने वाली समस्याएं आपकी बेटी से दूर हो जाएंगी.
गंगाजल का उपाय
विदाई के समय एक लोटे में गंगाजल लें और उसमें हल्दी तथा तांबे का सिक्का डालें. इस जल को कन्या के सिर से सात बार उतारकर किसी निर्जन स्थान पर डाल दें. इससे ससुराल में प्रेम और सद्भाव बना रहेगा.