तारापुर
फाइलेरिया बीमारी की रोकथाम को लेकर सोमवार से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. इसी कड़ी में धोबई पंचायत में मुखिया कन्हैया लाल तांती ने फाइलेरिया का दवा खाकर कार्यक्रम का आगाज किया और जनता को संदेश दिया कि फाइलेरिया बीमारी की रोकथाम के लिए दवा का सेवन करना जरूरी है.मौके पर पिरामल के कार्यक्रम पदाधिकारी परमजीत कुमार ने बताया कि चौदह दिन तक प्रशिक्षित आशा द्वारा-घर घर जाकर फाइलेरिया की दवा खिलायेगी. जबकि तीन दिन बूथ लगाकर स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केन्द्रों पर दवा का सेवन करायेगी. दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति, गर्भवती महिलाओं और एक सप्ताह पहले मां बनने वाली महिलाओं को दवाई का सेवन नहीं करना है. जबकि हर स्वस्थ व्यक्ति को दवा का सेवन करना है. फाइलेरिया व्यक्ति को विकलांग बना देती है. इस बिमारी से रोक तभी संभव है जब हम साल में एक बार दवा का सेवन करेंगे. इसमें दो तरह की दवाई है. ऐलवेन्डा जोल और डीईसी. मौके पर एएनएम रेखा कुमारी, पूजा कुमारी, आशा रीना कुमारी, नूतन माला, जयनिता कुमारी, गीता कुमारी, मुन्नी कुमारी, रुपम कुमारी और सत्यनारायण पंडा, अनिल पंडा, दिनेश पंडा मौजूद थे.
टीबी रोगियों के बीच पोषण सामग्री वितरित
हवेली खड़गपुर : टीबी उन्मूलन के लिए जनभागीदारी अभियान के तहत टीबी मुक्त भारत बनाने को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खड़गपुर में टीबी रोगियों के बीच पाेषण सामग्री का वितरण किया गया. केंद्र पर मुस्कान टेलीकॉम के प्रोपराइटर नौशाद अंसारी ने 20 मरीजों को पोषण सामाग्री प्रदान किया. मौके पर एलटी राजेश कुमार सिंह ने कहा कि टीबी रोग पूरी तरह से ठीक हो सकता है. रोगी दवा का पूरा कोर्स करें और पोषण लें तो वैसे मरीज पूरी तरह ठीक हो सकते हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री ने पोषण माह पर निक्षय मित्र अभियान में हिस्सेदारी निभाने की अपील करते हुए ऐसे रोगियों की सहायता का संकल्प लेकर देश को टीबी मुक्त करने का आह्वान किया है. इसी के तहत टीबी रोगियों के बीच पोषण सामग्री बांटा गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है