Tata Steel ESS Scheme: जमशेदपुर-टाटा स्टील के कर्मचारियों की संख्या कम करने की मुहिम के तहत लगातार इएसएस स्कीम लायी जा रही है. इसके तहत एक बार फिर से इएसएस स्कीम सुनहरे भविष्य की योजना 4.0 को 11 दिनों के लिए लॉन्च की गयी है. 10 फरवरी से 21 फरवरी तक कर्मचारी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. यह यूनियनाइज्ड कैटेगरी के कर्मचारियों के लिए ही लाया गया है. टाटा स्टील की वीपी एचआरएम अत्रैयी सान्याल के स्तर पर लायी गयी इस स्कीम के तहत पुरानी योजना को ही फिर से लाया गया है ताकि अधिक से अधिक कर्मचारी इसका लाभ ले सकें.
पहले 1 से 31 जनवरी के बीच लायी गयी थी इएसएस स्कीम
पहले 1 से 31 जनवरी के बीच इएसएस स्कीम को लाया गया था, जिसके तहत सारे लोकेशन के लिए करीब 1500 कर्मचारियों ने इएसएस लिया था. इसमें सबसे कम कर्मचारी जमशेदपुर प्लांट के थे, जिन्होंने इएसएस लिया था. सूत्र बताते हैं कि करीब 400 कर्मचारियों ने ही इएसएस लिया था, लेकिन इसकी संख्या को और ज्यादा करने के उद्देश्य से जमशेदपुर प्लांट (ट्यूब डिवीजन सहित) के लिए यह स्कीम फिर से लायी गयी है. इसके तहत 21 फरवरी तक लोग अपना आवेदन दे सकते हैं. इसका लाभ लेने वाले कर्मचारियों को 31 जनवरी 2025 तक मिले अंतिम वेतनमान यानी बेसिक व डीए हर महीने मिलता रहेगा.
60 साल की उम्र तक मिलेगा लाभ
60 साल की उम्र तक यह लाभ दिया जायेगा. सुनहरे भविष्य की योजना 4.0 के सर्कुलर के मुताबिक ही लाभ मिलेगा. एक्सटेंशन वाली तिथि में आवेदन करने वाले कर्मचारी कंपनी से 31 मार्च 2025 तक अलग हो जायेंगे. 1 अप्रैल 2025 के पहले ऐसे सारे कर्मचारी, जो सुनहरे भविष्य की योजना 4.0 (इएसएस) का लाभ ले चुके हैं, उनको अलग हो जाना है.