सुपौल. युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव लक्ष्मण कुमार झा के नेतृत्व में सैकड़ों समर्थकों ने सुपौल रेलवे स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने काला बिल्ला लगाकर सरकार के रेलवे नीति के खिलाफ नाराजगी जाहिर की और अपनी छह सूत्री मांगों को लेकर रेलवे प्रशासन को ज्ञापन सौंपा. यह ज्ञापन रेल अधीक्षक के माध्यम से हाजीपुर मंडल रेल प्रबंधक को भेजा गया. सौंपे गये मांग में गरीब रथ और राज्यरानी एक्सप्रेस को स्थायी रूप से पुनः चालू करने, सुपौल, सरायगढ़ या ललित ग्राम से दिल्ली, बेंगलुरु, कोलकाता, मुंबई आदि के लिए लंबी दूरी की ट्रेनों का संचालन करने, सुपौल रेलवे स्टेशन के दक्षिणी छोर पर झखराही रेलवे ढाला पर ओवरब्रिज का शीघ्र निर्माण कराने की मांग की गयी है. ताकि शहरवासियों को आवागमन में सुविधा मिले. इसके अलावा वीणा-एकमा रेलवे स्टेशन के उत्तरी छोर पर लचका बस्ती में रेलवे लाइन के किनारे बसे महादलित परिवारों के लिए उचित आवास व्यवस्था कराने, वीणा-एकमा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म की ऊंचाई बढ़ाने और स्टेशन चौक से लचका बस्ती होते हुए हरे राम यादव के घर तक सड़क निर्माण की मांग की गयी है. जबकि पुरवइया एक्सप्रेस, जनसाधारण एक्सप्रेस और हाटे बजारे एक्सप्रेस का परिचालन सहरसा के बजाय सुपौल, सरायगढ़ या ललितग्राम से करने, सहरसा-जोगबनी एक्सप्रेस का ठहराव गढ़ बरूआरी रेलवे स्टेशन पर सुनिश्चित करने की मांगें शामिल है. इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने सहरसा से सुपौल के बीच एक नई ट्रेन सुबह 9:00 बजे चलाने की मांग की, जिससे यात्रियों और सरकारी कर्मचारियों को राहत मिल सके. साथ ही रात में सुपौल से सहरसा जाने वाली जनहित एक्सप्रेस को यात्रियों की सुविधा के अनुसार पुनः संचालित करने की मांग की गयी. मौके पर श्री झा ने केंद्र सरकार और रेलवे मंत्रालय पर सुपौल जिले की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि इन मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो रेल चक्का जाम आंदोलन किया जायेगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी रेल प्रशासन और केंद्र सरकार की होगी. मौके पर सूरज कुमार, रोहित कुमार, मानो सदा, दिनेश सदा, दिगंबर सदा, संतोष पासवान, राजू कुमार, डिंपल यादव, बबीता कुमारी, गुंजन देवी, सुमन राम, सोहन शाह आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है