रांची. झारखंड को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिए राज्य भर में अभियान शुरू किया गया है. पहले दिन निर्धारित बूथों और दूसरे दिन से घर-घर जाकर निःशुल्क फाइलेरिया रोधी दवा खिलायी जायेगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने सोमवार को मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम का वर्चुअल तरीके से शुभारंभ किया. इसके तहत लगभग एक करोड़ 85 लाख लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षित रहने की दवा खिलायी जायेगी.
रांची में ओरमांझी और तमाड़ में चलेगा अभियान
यह अभियान रांची में ओरमांझी और तमाड़ में चलाया जायेगा. जिसमें 2.45 लाख जनसंख्या को दवा खिलायी जायेगी. 11 से 25 फरवरी तक स्वास्थ्य कर्मचारियों की मौजूदगी में घर-घर दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा दवा खिलायी जाये, इसके लिए कार्यक्रम का प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि फाइलेरिया से सुरक्षित रखने वाली दवा स्वयं भी खायें, अपने परिजनों को खिलायें और जनसमुदाय को भी खाने के लिए प्रेरित करें. जिससे झारखंड शीघ्र फाइलेरिया मुक्त हो सके. कार्यक्रम में विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, एनएचएम के अभियान निदेशक अबु इमरान, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ बीरेंद्र कुमार सिंह, राज्य सलाहकार विश्व स्वास्थ्य संगठन, पिरामल फाउंडेशन, जीएचएस के राज्य प्रतिनिधि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है