बिहटा . विगत कुछ महीनों से जाम की समस्या बिहटा के लिए अभिशाप बन गयी है. बिहटा को जाम से निजात दिलाने को लेकर बिहार के मुख्य सचिव, डीएम, एसएसपी के अलावा कई वरीय अधिकारियों ने बिहटा की सड़कों उतरे थे और कई दिशा निर्देश दिये थे. इस दौरान बिहटा से परेव तक 60 दिनों के अंदर सड़क चौड़ा करने का भी आदेश एलिवेटेड व फोरलेन सड़क निर्माण कंपनी को दिया था. इसके अलावा बालू वाहनों के लिए कई वैकल्पिक मार्ग तय किया गया था, ताकि बिहटा को जाम मुक्त रखा जा सके. हालांकि इसके बाद कुछ दिन तक बिहटा के लोगों को जाम से राहत भी मिली थी. लेकिन एक बार फिर सोमवार को सड़कों पर गाड़ियों की भीड़ से भीषण जाम की समस्या हो गयी है. आसपास का इलाका बालू भारे वाहनों व छोटी गाड़ी के ओवरटेक से बिहटा वासी महाजाम से परेशान हो रहे हैं. बिहटा की मुख्य सड़कों के साथ सहायक सड़कों पर जाम की वजह से व्यवसाय के साथ-साथ आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. पुलिस को भी जाम छुड़ाने में ठंड के मौसम में पसीना छूट रहा है. छपरा से भारी वाहनों को कतारबद्ध में नहीं निकलने व बड़े वाहनों की इंट्री पर रोक लगाए जाने के कारण धीरे-धीरे गहराता जा रहा है. सोन नदी के बालू घाटों और भारी वाहनों से कोइलवर पुल के साथ साथ पटना-आरा रूट पर वाहनों का दबाव बढ़ गया है. कोइलवर पुल पर एक लेन में 24 घंटे बालू लदे ट्रकों से पैक रहने के कारण छोटी गाड़ियों को आने जाने के लिए एक ही लेन से आना जाना है. इस कारण बिहटा से होकर जाने वाले लगभग सभी रूटों में महाजाम की स्थिति बन गयी है. पटना-खगौल स्टेट हाइवे-1 आरा-पटना एनएच 30 और बिहटा -औरंगाबाद स्टेट हाइवे -2 पर भारी वाहनों की लंबी कतार लगी है. कोइलवर पुल की दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार से दो पहिया और छोटी गाड़ियों के चालक को काफी परेशानी हो रही है. पटना और आरा जिले में मुख्य सड़कों पर दोनों तरफ करीब 26 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लगी है.
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