Dhanbad News : अलकडीहा ओपी क्षेत्र के जीनागोड़ा कालीथान देवप्रभा आउटसोर्सिंग परियोजना में शनिवार को आउटसोर्सिंग समर्थकों व सुरंगा मौजा के ग्रामीणों के बीच हुई भिड़ंत में दोनों पक्षों पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मामला तूल पकड़ने लगा है. देर शाम आउटसोर्सिंग प्रबंधन ने नो वर्क, नो पे का नोटिस जारी कर आउटसोर्सिंग परियोजना का काम फिलहाल बंद कर दिया है. परियोजना में करीब छह सौ मजदूर कार्यरत हैं. प्रबंधन सूत्रों का कहना है कि बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा परियोजना विस्तार व ओबी डंप के लिए जमीन उपलब्ध नहीं कराये जाने से कार्य में परेशानी हो रही है. इतने मजदूरों को पेमेंट देना कंपनी के लिए संभव नहीं है, जिससे परियोजना को बंद करना पड़ा है. जमीन उपलब्ध होने पर परियोजना शुरू होगी. इधर, पुलिस ने दोनों पक्षों में तनाव को देखते हुए आउटसोर्सिंग कैंप व सुरंगा पंचायत में गश्ती तेज कर दी है. अलकडीहा ओपी पुलिस दोनों पक्षों के आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. इधर, सोमवार को आउटसोर्सिंग कर्मियों ने घटना के दौरान उनकी बाइक क्षतिग्रस्त किये जाने व आग के हवाले किये जाने के विरोध में करीब एक घंटे तक परियोजना में ब्लास्टिंग कार्य का बहिष्कार किया. उनका कहना था कि उनके क्षतिग्रस्त व जली बाइकों की भरपाई कौन करेगा. इसके बाद साइट इंचार्ज ने आउटसोर्सिंग के निदेशक से बात करने का आश्वासन दिया.
निर्दोष ग्रामीणों पर कार्रवाई हुई, तो करेंगे सामूहिक आत्मदाह : ग्रामीण
दूसरी ओर, ग्रामीण नेता पांडव रजक ने ग्रामीणों पर किये गये मुकदमों को झूठा बताते हुए प्रबंधन के विरोध में आरपार की लड़ाई लड़ने की चेतावनी दी है. पांडव ने कहा कि बिना जांच के अगर पुलिस ने किसी भी निर्दोष ग्रामीणों को गिरफ्तार किया, तो क्षेत्र के ग्रामीण सामूहिक रूप से पुलिस प्रशासन के खिलाफ आत्मदाह करने को बाध्य होंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है