कोलकाता. महानगर में इमारतों के झुकने के मामले लगातार सामने आने से कोलकाता नगर निगम की चिंता बढ़ गयी है. निगम ने अब इस समस्या का उपाय खोजना शुरू कर दिया है. इस मुद्दे पर निगम, हरियाणा की सबसे पुरानी कंपनी आरबीए हाउस लिफ्टिंग सर्विसेज के साथ बातचीत कर रहा है. निगम ने उक्त कंपनी को अपना क्रेडेंशियल सर्टिफिकेट प्रस्तुत करने को कहा है. कंपनी ने पिछले सप्ताह के कई प्रमाण-पत्र दिये हैं. सोमवार को एआरबीआर हाउस लिफ्टिंग कंपनी के प्रमुख रामेश्वर ने निगम के बिल्डिंग विभाग के डायरेक्टर जनरल (डीजी) उज्ज्वल सरकार के कार्यालय में संबंधित दस्तावेज जमा कराये. उनका दावा है कि उनकी कंपनी देश की सबसे पुरानी हाउस लिफ्टिंग कंपनी है. उनकी कंपनी कोलकाता में झुकी इमारतों को सीधा करने में सक्षम हैं. एआरबीआर संगठन के प्रमुख रामेश्वर ने कहा कि वह पहले से ही संरचनात्मक इंजीनियरों के साथ टेंगरा स्थित झुकी हुई इमारत का निरीक्षण कर चुके हैं. ताकि, इसे सीधा करने का तरीके खोजे जा सके. वहीं, हरियाणा की एक और प्रसिद्ध हाउस लिफ्टिंग कंपनी मामचंद एंड संस ने भी अपने प्रमाण पत्र प्रस्तुत किये. कंपनी के संस्थापक राजेश कुमार का दावा है कि उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है. उनकी कंपनी ने कर्नाटक में 5,000 साल पुराने झुके मंदिर को सीधा किया है. उनके पास किसी भी तरह के झुके मकान को सीधा करने का अनुभव है. गौरतलब है कि बाघाजतिन में झुकी इमारत के ढहने के बाद निगम की आंखें खुलीं. अब यह देखना होगा कि कोलकाता की झुकी इमारतों को सीधा करने के लिए किसे टेंडर मिलता है. निगम की ओर से निविदा आमंत्रित की गयी है. मंगलवार को टेंडर जमा करने का आखिरी दिन है.
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