कई नयी परियोजनाओं को मिली मंजूरी
कोलकाता/भुवनेश्वर. केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए केंद्रीय बजट में ओडिशा में रेलवे के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 10,599 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. अब तक इस आवंटन का 81.78 फीसदी खर्च कनेक्टिविटी, सुरक्षा और बुनियादी ढांचे में सुधार के उद्देश्य से प्रमुख रेलवे परियोजनाओं पर किया जा चुका है. चालू वित्त वर्ष यानी 2024-25 के जनवरी महीने तक 8657.23 करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके हैं.
ओडिशा के रेलवे बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के दृष्टिकोण के अनुरूप वित्तीय वर्ष 2024-25 में आठ नयी रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी दी गयी है, जिनकी राशि 18,118 करोड़ है. इन परियोजनाओं में 1,326 करोड़ की लागत वाली गुनुपुर-थेरुवली नयी लाइन (73.62 किमी) शामिल है. यह नयी लाइन रायगढ़ जिले को लाभ पहुंचाएगी. 3,274 करोड़ की लागत वाली जूनागढ़ रोड-नबरंगपुर नयी लाइन (116.21 किमी) कालाहांडी और नबरंगपुर जिलों को जोड़ेगी.
4,109 करोड़ की लागत वाली मलकानगिरी-पांडुरंगपुरम नयी लाइन (173.61 किमी) ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को जोड़ेगी. 2,107 करोड़ की लागत वाली बादामपहाड़-केंदुझारगढ़ नयी लाइन क्योंझर और मयूरभंज जिलों को लाभ पहुंचायेगी. वहीं, मयूरभंज जिले में 2,549 करोड़ का निवेश किया जायेगा. यहां बंग्रीपोसी-गोरुमहिसानी नयी लाइन (85.60 किमी) बनेगा. 1,639 करोड़ की लागत वाली बुरामारा-चाकुलिया नयी लाइन (59.96 किमी) मयूरभंज, झारखंड और पश्चिम बंगाल को जोड़ेगी. 2,621.92 करोड़ की लागत वाली बरगढ़ रोड से नवापारा रोड (138.32 किमी) पश्चिमी ओडिशा में कनेक्टिविटी को बेहतर बनायेगा. पुरी-कोणार्क रेलवे लाइन (32 किमी) के लिए 492 करोड़ मंजूर किये गये हैं. वहीं, ट्रेन सेवाओं को आधुनिक बनाने और बेहतर बनाने के लिए 1173.12 करोड़ रुपये की लागत से पांच प्रमुख रेल फ्लाईओवर को मंजूरी दी गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है