Ganga Snan: अक्सर सुनते रहते हैं कि गंगा जी में स्नान करने से पाप से मुक्ति मिल जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि महिलाओं को गंगा जी में स्नान कब करना चाहिए. अगर नहीं जानते हैं, तो हिन्दू शास्त्रों के मुताबिक महिलाओं को कुछ विशेष परिस्थितियों में गंगा जी में स्नान करने की मनाी होती है. साथ ही इन परिस्थितियों में गंगा जल भी नहीं छूना चाहिए.
मासिक धर्म के दौरान न करें गंगा स्नान
जो महिलाएं पीरियड्स यानी मासिक धर्म के दिनों से गुजर रही हैं, उन्हें गंगा स्नान करने से बचना चाहिए. यह धार्मिक और स्वास्थ्य दोनों कारणों से अनुचित माना जाता है.
गर्भवती महिलाएं इस समय न भूलकर भी न करें गंगा स्नान
जो महिलाएं गर्भवती हैं. उन्हें गंगा जी में स्नान करने से बचना चाहिए. खासकर आखिरी के तीन महीनों में तो बिल्कुल भी नहीं नहाना चाहिए. बाकी बचे महीनों में गंगा स्नान कर सकती हैं.
ये महिलाएं अकेले न करें गंगा स्नान
जिन महिलाओं की शादी हो चुकी है, उन्हें गंगा जी में अकेले स्नान करने से बचना चाहिए. हमेशा शादीशुदा महिलाओं को अपने पति के साथ ही गंगा स्नान करना चाहिए.
बच्चे के जन्म के कुछ दिनों तक न करें गंगा स्नान
उन महिलाओं को गंगा जी में स्नान करने से मना करते हैं, जो कि हाल ही में बच्चे को जन्म दी है. उनका कहना है कि इस तरह की महिलाओं को कुछ दिनों के लिए गंगा जी में स्नान करने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से उन्हें परेशानी झेलनी पड़ सकती है.
Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता है.