JEE Main 2025 Result: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने JEE मेन जनवरी सेशन का रिजल्ट मंगलवार को जारी कर दिया. 10 शिफ्टों में हुई परीक्षा में 100 पर्सेंटाइल पर 14 स्टूडेंट्स रहे. यानी कई शिफ्टों में एक से अधिक स्टूडेंट्स को 100 पर्सेंटाइल मिला है. इसमें देश में पहले स्थान पर आयुष सिंघल (राजस्थान) व दूसरे स्थान पर कुशाग्र गुप्ता (कर्नाटक) व तीसरे स्थान पर दक्ष (दिल्ली एनसीटी) रहे हैं. इसके साथ ही स्टेट टॉपर्स की भी लिस्ट जारी की गयी है, जिसमें 44 स्टूडेंट्स शामिल हैं. इसमें बिहार से हाजीपुर के पाणिनि स्टेट टॉपर बने हैं. पाणिनि को 99.99442 पर्सेंटाइल मिला है. कैटेगरी वाइज टॉपर्स की सूची भी जारी की गयी है, जिनमें 30 स्टूडेंट्स शामिल हैं.
8,33,325 छात्र और 4,24,810 छात्राओं ने दी थी परीक्षा
जेईई मेन जनवरी परीक्षा बीई-बीटेक के लिए 22 से 29 जनवरी के बीच 10 शिफ्टों में हुई. बीई-बीटेक के लिए 13 लाख 11 हजार 544 रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स थे, जिनमें 12 लाख 58 हजार 136 स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी. इनमें आठ लाख 33 हजार 325 छात्र और चार लाख 24 हजार 810 छात्राएं रहीं. परीक्षा देश के 304 शहरों के 618 परीक्षा केंद्रों पर हुई. देश के बाहर 15 शहरों में हुई. हिंदी, अंग्रेजी के अतिरिक्त 13 स्थानीय भाषाओं में यह परीक्षा हुई. परीक्षा में शामिल 12 लाख 58 हजार 136 स्टूडेंट्स में सामान्य श्रेणी के 4,66,358, इडब्ल्यूएस के 1,38,699, ओबीसी के 4,90,275, एससी के 1,22,845 और एसटी के 39959 स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी. परीक्षा में 39 स्टूडेंट्स के परिणाम भी रोके गये हैं. इन सभी स्टूडेंट्स अनफेयर में शामिल हैं.
एआई और 5जी जैमर्स का इस्तेमाल, 39 पकड़े गये
इस वर्ष परीक्षा के लिए नेशनल कोऑर्डिनेटर के साथ 38 फ्लाइंग स्क्वाड, 277 सिटी कोऑर्डिनेटर के साथ 894 आब्जर्वर नियुक्त किये गये. टेक्निकल ऑब्जर्वर, डिप्टी ऑब्जर्वर की सहायता से परीक्षा हुई. परीक्षा के लिए 5जी जैमर्स के साथ, सीसीटीवी और एआई का उपयोग किया. एआई के उपयोग से ही 39 परीक्षार्थियों को पकड़ा गया.
पाणिनि के माता-पिता हैं शिक्षक
हाजीपुर के रहने वाले पाणिनि को 99.99442 पर्सेंटाइल मिला है. पाणिनि बिहार के टॉपर बने हैं. इस बार 15 फरवरी से आयोजित सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा में भी शामिल होंगे. इनके माता-पिता दोनों सरकारी शिक्षक हैं. पिता का नाम संजय कुमार शर्मा और माता का नाम निभा कुमारी है. एक भाई और एक बहन है. पाणिनि ने बताया कि बोर्ड की पढ़ाई के साथ-साथ जेइइ मेन व एडवांस्ड की तैयारी भी जारी रही. प्रतिदिन 12 घंटे सेल्फ स्टडी करता था. सेल्फ स्टडी से काफी फायदा मिला. इस सफलता का श्रेय वह अपने माता-पिता और स्कूल को देना चाहते हैं.
पाणिनी ने 17वें अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड में जीता था सिल्वर मेडल
ब्राजील के रियो डी जेनेरिओ में अगस्त में आयोजित खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी (आइओएए) के 17वें अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड में अपनी प्रतिभा का परचम लहराने वाले हाजीपुर के लाल पाणिनी ने इस बार जेइइ मेंस में बिहार टॉपर बन कर जिले का नाम रोशन किया है. जेईई मेन में पाणिनी ने 99.99 पर्सेंटाइल हासिल किया है. हाजीपुर शहर के उमेश सिनेमा रोड के रहने वाले पाणिनी के पिता संजय कुमार शर्मा राजकीयकृत उच्च माध्यमिक विद्यालय मीनापुर राई के प्रभारी प्रधानाध्यापक हैं. वहीं, उसकी मां निभा कुमारी भगवानपुर स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रतापटांड़ में शिक्षिका हैं. पाणिनी के पिता बताते है कि उसकी इस बड़ी उपलब्धि पर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. उन्होने बताया कि समय प्रबंधन से किसी भी बड़े लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है. पाणिनी ने इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की थी. पाणिनी ने अपनी पूरी तैयारी हाजीपुर में ही सामर्थ्य क्लासेस के निदेशक आइआइटियन सुमित कुमार की निगरानी में की थी. सुमित बिहार टॉपर बनने पर पाणिनी को बधाई दी है और कहा कि मेहनत, आत्मविश्वास और सही मार्गदर्शन से लक्ष्य तक पहुंचा जा सकता है.
ऐसे समझे ऑल इंडिया रैंक जारी करने का फॉर्मूला
जेईई मेन के पहले सेशन के जारी किये जाने वाले रिजल्ट में स्टूडेंट्स के टोटल एनटीए स्कोर के साथ फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स के अलग-अलग एनटीए स्कोर सात डेसिमल पर्सेंटाइल में जारी किये हैं. जेईई मेन की परीक्षा विभिन्न परियो में होती है. ऐसे में प्रत्येक पारी के पेपर का डिफिकल्टी लेवल भी अलग-अलग हो सकता है. ऐसे में सभी अलग-अलग शिफ्टों में स्टूडेंट्स के अपनी-अपनी शिफ्ट में रॉ स्कोर के आधार पर नार्मेलाइज कर ल डेसिमल में पर्सेंटाइल एनटीए स्कोर के रूप में जारी की जाती है. एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि ने बताया कि सर्वप्रथम प्रत्येक स्टूडेंट्स के रॉ स्कोर को निकला जाता है. उसके बाद उस स्टूडेंट्स के बराबर और उससे कम रॉ स्कोर वाले स्टूडेंट्स की संख्या ली जाती है, इसे 100 से गुना कर, कुल परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स से भाग देकर सात डेसिमल में पर्सेंटाइल निकला जाता है, जिसे उस स्टूडेंट्स का एनटीए स्कोर बोला जाता है. यह पर्सेन्टाइल फार्मूला विद्यार्थियों के कुल औसतन प्राप्तांकों के साथ-साथ मैथ्स, फिजिक्स एवं कैमेस्ट्री के प्राप्तांकों पर भी लागू होता है. इस फॉर्मूले से प्रत्येक स्टूडेंट का टोटल एनटीए स्कोर के साथ-साथ प्रत्येक विषय का एनटीए स्कोर निकला गया. अप्रैल सेशन का एनटीए स्कोर भी निकला जायेगा. यदि विद्यार्थी जनवरी व अप्रैल दोनों जेईई-मेन परीक्षा देता है तो उसके दोनों परीक्षाओं के अधिकतम एनटीए स्कोर के आधार पर ही ऑल इंडिया रैंक जारी की जायेगी.