आइबीएम बेला के निदेशक प्रो. अजीत कुमार सिंह ने कहा कि तकनीक जितना विकसित हो रही है, इसका दुरुपयोग भी बढ़ता जा रहा है. साइबर अपराधी ठगी के नित नये तरीके इजाद कर रहे हैं. इससे बचाव को लेकर हमें लगातार सतर्क रहना है. डायरेक्टर ने इस तरह के आयोजन के लिए प्रभात खबर के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया. स्कूल प्रधान आरआर चौरसिया ने साइबर अपराध के प्रति अधिक से अधिक लोगों में जागरूकता बढ़ाने पर बल दिया.
साइबर अपराध से बचाव के लिये हमें सतत सतर्क रहना है. साइबर अपराधी फंसाने के लिये तरह-तरह का प्रलोभन देते हैं. बिना सोंचे-समझे हमें कोई कदम नहीं उठाना चाहिये. डॉ बीके मिश्रासमय के साथ साइबर ठगी के तरीके भी बदल रहे हैं. किसी अनजान लिंक या फोल कॉल्स को टच नहीं करना चाहिये. सचेत रहकर ही हम साइबर अपराध से बच सकते हैं.
राहुल मिश्रा
हम सतर्क रहकर ही साइबर ठगी से अपने को बचा सकेंगे. छोटी सी लापरवाही के कारण हम ठगी के शिकार बन सकते हैं. मोबाइल के उपयोग में सावधानी जरूरी है.प्रो. अजीत कुमार सिंह
बिना जागरूक हुये हम साइबर अपराध से अपना बचाव नहीं कर सकते हैं. साइबर अपराध पर रोक के लिये लोगों में अधिक से अधिक जागरूकता जरूरी है. आरआर चौरसिया हमें मोबाइल का उपयोग करने में सतर्कता बरतनी चाहिये. साइबर अपराधी ठगी आदि के लिये मोबाइल का ही उपयोग करते हैं. प्रतीक सिंह तकनीक के आधुनिक होते रहने के साथ ही साइबर अपराध के तरीके भी आधुनिक होते जा रहे हैं. सतर्क रहकर ही ठगी के शिकार होने से बच सकते हैं. आयुष कुमार साइबर अपराधी के शिकार होने से बचने के लिये जनजागरूकता जरूरी है. बिना जागरूकता के साइबर अपराध पर लगाम नहीं लगाया जा सकता है. अंशिका कुमारी साइबर अपराधी लोगों के साथ ठगी के लिये सामान्यत मोबाइल का ही उपयोग करते हैं. इससे साफ है कि अगर हम मोबाइल के उपयोग में गैर लापरवाह रहे, तो ठगी से बच सकते हैं. डोली कुमारीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है