Maghi Purnima प्रसिद्ध पर्यटन व धार्मिक स्थल सीता कुंड में एक माह तक चलने वाले माघी मेला में श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ पड़ी. माघी मेला के पहले दिन बुधवार को राज्य के कोने-कोने से आये 80 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने जहां गर्म जल में स्नान किया गया. सीताकुंड में बने मां सीता सहित सीताकुंड प्रांगण में स्थित मंदिरों में पुजा-अर्चना कर अपने और अपने परिवार की खुशहाली की कामना की.
80 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने की पूजा-अर्चना
मुंगेर के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल सीताकुंड में चल रहे 30 दिवसीय माघी मेला के पहले दिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. बुधवार की अहले सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु नर-नारी सीताकुंड पहुंचने लगे हैं. सुबह 9 बजते-बजते श्रद्धालुओं काफी भीड़ जमा हो गयी. जिसके कारण मेला प्रबंध को दो किलोमीटर शीतलपुर तीनबटिया पर ही वाहनों को रोकना पड़ गया. जहां से श्रद्धालु पैदल ही सीताकुंड की ओर बढ़े.
श्रद्धालुओं का रैला दिन भर सीताकुंड की ओर कूच करता रहा. सीताकुंड विकास समिति की माने तो माघी मेला के पहले दिन 80 हजार से अधिक श्रद्धालु नर-नारी ने सीताकुंड के गर्म पानी से आचमन कर रामकुंड, भरत, शत्रुघ्न और लक्ष्मण कुंड में स्नान किया. गर्म जल में स्नान करने के बाद पूजा अर्चना की. देर शाम तक श्रद्धालुओं को तांता सीताकुंड में लगा रहा.
श्रद्धालुओं को उठानी पड़ी परेशानी
बेगूसराय, खगड़िया, सहरसा सहित कोसी क्षेत्र से लग्जरी वाहनों के साथ ही यात्री वाहन और ऑटो व टोटो से यात्रियों का आना सुबह से ही शुरू हो गया. सुबह में वाहनों का आवागमन कुछ कम रहा. जिसके कारण मोटर साइकिल को कल्याणचक इमली गाछ चौक से अंदर जाने दिया गया. जैसे-जैसे समय बीतता गया, वैसे-वैसे वाहनों की संख्या में बढोतरी होने लगी.
वाहन पड़ाव की समुचित व्यवस्था नहीं होने से ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से अनकंट्रोल हो गया और शीतलपुर तीनबटिया से जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी. जिसके बाद मेला समिति के सदस्यों ने शीतलपुर तीनबटिया पर ही वाहनों को रोकना शुरू कर दिया. जिसके कारण शिवगंज, पेट्रोल पंप तक वाहनों को सड़क किनारे पार्क करना पड़ा. जिससे सड़क किनारे वाहनों की लंबी कतार लग गयी.
बच्चों ने खूब उठाया झूलों का आनंद
मान्यता अनुसार पूजा-अर्चना के साथ-साथ मुंडन संस्कार भी कराया जा रहा है. मेला में भीड़ अधिक देखी जा रही है. मनोरंजन के लिए लगाये गये झूलों का बच्चों के साथ ही युवाओं ने खूब आनंद उठाया. पूजा अर्चना के बाद प्रसाद की खरीदारी सुहाग की निशानी सिंदुर सहित श्रृंगार प्रसाधन की जमकर खरीदारी श्रद्धालुओं ने की. लकड़ी के सामानों की खरीदारी भी लोगों ने की. यहां आने वाले हर श्रद्धालु कुछ न कुछ लकड़ी के सामन एवं अन्य सामन खरीद कर अपने साथ सीताकुंड की निशानी के तौर पर ले गये.
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