रांची. कांग्रेस भवन में बुधवार को गुरु रविदास की 648 वीं जयंती मनायी गयी. इसमें नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गुरु रविदास की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि गुरु रविदास से हमें सीखने की आवश्यकता है. खासकर अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को उनके विचारों का अनुसरण करते हुए संगठित होकर समाज में आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए. समाज का अन्य वर्ग उन्हें आगे बढ़ाना चाहता है, लेकिन कोशिश उन्हें स्वयं करनी होगी. समाज की मुख्य धारा में आगे रखने के लिए संविधान में उन्हें अधिकार दिये गये हैं और उन अधिकारों के बारे में जानना होगा.
अधिकार पाने के लिए एकता जरूरी
मौके पर वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि संत रविदास की जयंती समाज में उनके योगदान को याद करने का अवसर है. यह समाज में समानता, प्रेम और भाईचारे को बढ़ाने की प्रेरणा देता है. उनका जीवन सिखाता है कि हमें जाति, धर्म और समाज के हर वर्ग से ऊपर उठकर एकता और प्रेम में विश्वास करना चाहिए. अनुसूचित जाति के अंदर 66 उपजातियां आती हैं और हम एक होने की जगह इन्हीं उपजातियों में विभक्त होकर रह गये हैं. विभाजन का परिणाम है कि संविधान में अधिकार मिलने के बाद भी हमारी आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं है. अधिकारों के व्यापक संघर्ष के लिए एकजुटता आवश्यक है. इस मौके पर विधायक सुरेश बैठा, केदार पासवान, सुरेन राम, राजू राम, रविंद्र सिंह, राजीव रंजन प्रसाद, संजय लाल पासवान, राकेश सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, किशोर शाहदेव, निरंजन पासवान, सोनाल शांति, रियाज अहमद, विनय सिन्हा दीपू, कमल ठाकुर और अमूल्य नीरज खलखो समेत कई नेता मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है