औरंगाबाद शहर.
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तमाम सख्ती के बावजूद शहर में अवैध तरीके से भ्रूण हत्या अवैध गर्भपात का घिनौना खेल बदस्तूर जारी है. मंगलवार की देर शाम न्यू एरिया मुहल्ले के जैन मंदिर रोड में कचरे के ढेर में एक नवजात शिशु का शव मिलने से लोग सकते में आये. नवजात का शव देखकर लोगों का दिल दहल उठा. जैसे ही यह खबर फैली, शहर में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया. लोग एक ही चर्चा कर रहे थे कि आखिर इस बेगुनाह का क्या कसूर है, जिसे दुनिया में आने से पहले ही बेरहमी से मार दिया गया. लोगों ने आशंका जतायी कि निजी नर्सिंग होम में अवैध गर्भपात का खेल चल रहा है. काफी पहले भी ऐसे कई मामले सामने आये हैं, जहां भ्रूण हत्या और अवैध गर्भपात किये गये, लेकिन प्रशासन की कार्रवाई केवल कागजों तक ही सीमित रही. स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर सख्ती के दावे किए जाते हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां करती है. शहर में कई नर्सिंग होम ऐसे हैं, जहां अवैध रूप से गर्भपात किए जाते हैं और जन्म से पहले ही मासूमों की सांसें छीन ली जाती है. इधर, शहर वासियों ने यह सवाल उठाया है कि आखिर इस अवैध धंधे पर पूरी तरह लगाम कब लगेगा. स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में हमेशा निजी नर्सिंग होम की जांच व ऐसे मामलों में सख्ती बरतने की बातें कही जाती है. लेकिन, समय के साथ ऐसे मामलों को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है