शिक्षक शिक्षिकाओं व छात्र-छात्राओं ने भी स्वामी दयानंद की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की. धर्म शिक्षक श्री शास्त्री ने स्वामी जी को भारत की अमूल्य निधि बताते हुए उनके मूल्यों को अपनाने पर जोर दिया. प्राचार्य श्री सिन्हा ने स्वामी जी की जन्मस्थली गुजरात के टंकारा को धन्य कहा. इस दौरान आठवीं कक्षा के बच्चों ने वैदिक हवन किया. धर्म शिक्षक की ओर से वैदिक क्विज और दयानंद चित्र कला प्रतियोगिता आयोजित की गयी. इसमें महान समाज सुधारक के व्यक्तित्व और कृतित्व से संबंधित बातों की चर्चा की गयी. बाल दिवस पर विशेष रूप से कक्षा तीसरी से कक्षा पांचवीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया.अंग्रेजी शिक्षिका सुश्री अनुजा सिन्हा, मधु कुमारी, कविता कुमारी, पूजा घोषाल, ज्योति कुमारी ने बच्चों के कार्यक्रम आयोजित किए थे. कार्यक्रम का समापन शांति पाठ के साथ किया गया.
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