सीपी सिंह, बोकारो, मुख्यमंत्री चना दाल वितरण योजना के तहत, राशन कार्डधारियों को चना दाल देना है. एक रुपये प्रति किलो की दर से लाभुक को चना दाल उपलब्ध कराना है. लेकिन, बोकारो में नवंबर 2024 के बाद से लाभुकों को चना दाल उपलब्ध नहीं कराया गया है. नवंबर 2024 में जिला के लिए 365243 किलो दाल आवंटित किया गया था. इसके एवज में 312910 किलो दाल का वितरण हुआ था. यानी नवंबर माह में 85.67 प्रतिशत चना दाल का वितरण किया गया था. इसके बाद से चना दाल का वितरण नहीं किया गया है. बड़ी बात यह कि जिला के लिए चना दाल का आवंटन भी नहीं किया गया है.
आठ माह से नमक-चीनी भी गायब
जिला में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मिलने वाली चीनी की मिठास आठ माह से गायब है. जिला में अंतिम बार चीनी का आवंटन जून 2024 माह में हुआ था. 21576 किलो चीनी का आवंटन जिला के लिए हुआ था. इसके बदले 15209 किलो चीनी का वितरण हुआ. यानी 70.49 प्रतिशत लाभुकों तक चीनी पहुंची. इसके बाद से जिला के लिए ना तो चीनी का आवंटन हुआ है और ना ही चीनी का वितरण ही किया गया है. इसी तरह नमक का आवंटन भी 08 माह से नहीं हुआ है. जून 2024 में जिला के लिए 363,688 किलो नमक का आवंटन किया गया था, इसके बदले 203,717 किलो नमक का वितरण हुआ था.
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा नियम के तहत फरवरी में मात्र 19.54 प्रतिशत को मिला लाभ
चना दाल के अलावा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मिलने वाली खाद्यान्न वितरण मामले में भी जिला की स्थिति कमोवेश वैसी ही है. फरवरी माह में अबतक मात्र 19.54 प्रतिशत खाद्यान्न का ही वितरण हुआ है. जिला के लिए 7059920 किलो खाद्यान्न आवंटित हुआ है, इसके एवज में मात्र 1379242.34 किलो अनाज ही वितरण अबतक (12 फरवरी तक) हुआ है. सबसे खराब स्थिति चंदनकियारी प्रखंड की है. चंदनकियारी प्रखंड में मात्र 1.06 प्रतिशत लाभुक के बीच खाद्यान्न का वितरण किया गया है. जिला में सबसे अच्छी स्थिति गोमिया प्रखंड की है. यहां 28.19 प्रतिशत को खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया है.बोलीं डीएसओ
बोकारो की डीएसओ शालिनी खालको ने कहा कि चीनी, नमक व चना दाल का वितरण बैकलॉग में चल रहा है. आवंटन नहीं होने के कारण वितरण नहीं हो पाया है. हर तीन माह में आवंटन होता है. आवंटन कबतक होगा, इस बारे में यहां से कुछ नहीं कहा जा सकता है. आवंटन होने के बाद तुरंत वितरण कराया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है