-कुढ़नी के सकरी सरैया में स्थापित फूड क्लस्टर अगले महीने से करेगा आपूर्ति-एमएसएमइ के सहयोग और सरकार की स्फूर्ति योजना से संचालित हो रहा उद्योग
मुजफ्फरपुर.
अब मुजफ्फरपुर की पहचान लीची जूस और रसगुल्ला से बनेगी. कुढ़नी के सकरी सरैया स्थित कुढ़नी प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड अगले महीने से देश के विभिन्न राज्यों के अलावा विदेशों में लीची जूस, लीची का रसगुल्ला, केला और आलू का चिप्स, जैम और अचार का निर्यात करेगी. यहां फिलहाल 500 कारीगर काम कर रहे हैं. जैविक खाद से उत्पादित अनाज से खाद्य प्रोडक्ट बनाने की तैयारी हो रही है. यह उद्योग एमएसएमइ द्वारा प्रायोजित बिहार सरकार की स्फूर्ति योजना से संचालित है. यह बिहार का पहला उद्योग है, जहां एक ही छत के नीचे 14 तरह की खाद्य सामग्री का निर्माण किया जा रहा है. विदेशों में सप्लाई के लिए एजेंसी का भी चयन हो चुका है. यहां फूड क्लस्टर स्थापित होने से आसपास के किसानों को भी फायदा होगा. मुजफ्फरपुर में बने प्रोडक्ट की अच्छी मार्केटिंग होगी.पांच हजार किसानों को दिया गया खेती का प्रशिक्षण
संस्थान की ओर से पांच हजार किसानों को जैविक खेती का प्रशिक्षण दिया गया है. यहां से जैविक खाद से उत्पन्न अनाज से लीची और आम के अलावा अन्य खाद्य पदार्थ बनाये जायेंगे. यहां विभिन्न तरह का अचार भी तैयार किया जायेगा. इससे ग्रामीण महिलाओं को काम मिलेगा. यह उद्योग भारतीय उद्यमिता संस्थान, हनुमान प्रसाद ग्रामीण सेवा समिति, एसपीवी व कुढ़नी एग्रो प्रोडक्ट लिमिटेड की ओर से संचालित किया जा रहा है. कंपनी की ओर से सभी तैयार खाद्य-पदार्थ का ट्रायल हो चुका है. अब इसकी मार्केटिंग की तैयारी हो रही है. यहां आम का जूस और जैम तैयार करने के लिए अलग यूनिट बनायी गयी है. इसके अलावा बेल और पपीता से बने प्रोडक्ट भी तैयार हो रहे हैं. लीची का जूस और रसगुल्ले के अलावा यहां से 14 तरह के खाद्य पदार्थ की मार्केटिंग की तैयारी है. देश के सभी राज्यों में इसकी मार्केटिंग होगी. इसके अलावा विदेशों में निर्यात भी किया जायेगा. इसका जिम्मा एनएच कंसल्टेंसी को दिया गया है. अगले महीने से फूड क्लस्टर आपूर्ति शुरू कर देगा.-रामप्रवेश कुमार,
सचिव, हनुमान प्रसाद ग्रामीण विकास सेवा समितिडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है