मोतिहारी. जिले में फसल का डिजिटल सर्वे होगा. कृषि कर्मी किसानों के प्लॉट पर पहुंच एप के माध्यम से डिजिटल सर्वे करेंगे. इस सर्वे के माध्यम से ही भविष्य में कृषि से संबंधित रोडमैप एवं रूपरेखा तैयार किया जायेगा. इसको लेकर जिले में कृषि महकमा तैयारी में जुटा है. कर्मियों को तकनीकी प्रशिक्षण दी जा रही है. ताकि सर्वे के दौरान काम को सुलभ तरीका से पूरा किया जा सके.
बताते चलें कि डिजिटल फसल सर्वेक्षण डिजिटल कृषि मिशन का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य किसान-केंद्रित डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है. सर्वेक्षण क्षेत्र में फसलों की छवियों को पकड़ने के लिए जियो-फेंसिंग जैसी उन्नत तकनीक का उपयोग करता है और प्रत्येक तस्वीर के साथ भौगोलिक निर्देशांक जोड़ता है.डीएओ ने बताया गया कि पूर्वी चंपारण जिला अंतर्गत 6 लाख 17 हजार 447 प्लॉट का सर्वे करना है. इसको लेकर कृषि सलाहकार को फसल के डिजिटल सर्वे को लेकर तकनीकी जानकारी दी गयी है. फसल डिजिटल सर्वे कार्य समयबद्ध है. इस काम को 45 दिनों के अंदर पूर्ण कर लेना है. कहा कि डिजिटल फसल सर्वेक्षण में सभी कर्मी किसानों के प्लॉट पर जाकर किसानों द्वारा किये गये खेती का ब्योरा एप के माध्यम से अपलोड करेंगे.
कहते हैं अधिकारी
प्लाट के डिजिटल सर्वे को लेकर सभी स्तर पर तैयारी चल रही है. फिलहाल भारत सरकार के द्वारा मैप अपलोड नहीं किया गया है. जिसके कारण सर्वे का काम शुरू नहीं हुआ है.
मनीष कुमार सिंह,
डीएओ, पूर्वी चंपारणडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है