रमकंडा. गढ़वा जिले के रमकंडा प्रखंड क्षेत्र के चेटे पंचायत के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध बालू और पत्थर के उत्खनन मामले की अंचल अधिकारी ने जांच की. पुलिस बल के साथ अंचल अधिकारी अनिल रविदास की जांच में चेटे व उदयपुर पंचायत के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध बालू और पत्थर के उत्खनन और इसके परिवहन की पुष्टि हुई है. जांच के दौरान उदयपुर के ललहेया गांव में अवैध बालू डंप मिला है. इस बालू से संबंधित कोई भी दस्तावेज अंचलाधिकारी को उपलब्ध नहीं कराया गया. इसके बावजूद अवैध बालू जब्त नहीं किया गया है. हालांकि खास चेटे में अवैध बालू और पत्थर के उत्खनन मामले की जांच नहीं हो पायी है. बताया गया कि वहां दूसरे दिन जांच होगी. उल्लेखनीय है कि प्रभात खबर में 11 फरवरी के अंक में अवैध बालू और पत्थर उत्खनन का क्षेत्र बना चेटे शीर्षक से खबर प्रकाशित की गयी थी. इसके बाद अंचलाधिकारी ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है. मिली जानकारी के अनुसार यहां दिन के उजाले में ट्रैक्टरों से बालू का अवैध परिवहन हो रहा है. वहीं वन भूमि, रैयती व गैरमजरूआ जमीन से पत्थर का अवैध उत्खनन किया जा रहा है. इसके साथ ही बालू और पत्थर माफिया की ओर से दिन के उजाले में ही परिवहन कर इसे निर्माण योजनाओं समेत अन्य जगहों पर डंप किया जा रहा है. वन क्षेत्रों सहित गैरमजरूआ जमीन से अवैध पत्थर के अलावे चेटे सहित इसके सीमावर्ती क्षेत्रों की नदियों से अवैध बालू का उत्खनन किया जा रहा है. जिसे चेटे-गम्हरिया सड़क निर्माण, उदयपुर-चेटे सड़क निर्माण, सिधाटांड़-ललहेया सड़क निर्माण सहित चेटे, गोरयाकरम, गम्हरिया, ललहेया व पटसर गांव में दर्जनों जगहों पर अवैध बालू डंप किया गया है. पत्थर का चालान मिला, लेकिन बालू का नहीं : सीओ जांच के विषय में पूछे जाने पर अंचलाधिकारी अनिल रविदास ने कहा कि कुछ जगहों पर पत्थर का चालान दिखाया गया है. लेकिन बालू का चालान नहीं दिखाया गया. उन्होंने कहा कि चेटे में अवैध बालू और पत्थर उत्खनन की भी जांच होगी. जांच में मिले अवैध बालू पर खनन विभाग को कार्रवाई के लिए लिखा जायेगा.
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