रफ्ता-रफ्ता 2022 गुजर रहा है़ चंद घंटे बाकी है़ं नया वर्ष दस्तक देगा, लेकिन गुजरे वर्ष ने झारखंड की राजनीति में कई नयी कहानियां गढ़ दी हैं, जो आनेवाले कई वर्षों तक याद रखा जायेगा़ यह साल राजनीतिक उठापटक, हलचल और रोमांचवाला रहा़ राज्य में बहुमतवाली हेमंत सोरेन सरकार को लेकर अटकलें लगती रही़ं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ऑफिस ऑफ प्रोफिट के मामले में घिरे,
तो कभी निकले़ झारखंड की राजनीति में लिफाफा का मिथ्य बना रहा. पक्ष-विपक्ष चुनाव आयोग से गवर्नर को आये एक लिफाफा के खुलने का इंतजार करता रहा़ 24 अगस्त से ही राजनीतिक गलियारे और मीडिया में इस लिफाफे को लेकर तरह-तरह के कयास लगते रहे़ यह लिफाफा पूरे साल नहीं खुला़ इस लिफाफा ने ऐसा राजनीतिक उफान पैदा कर दिया कि सरकार के अंदर बेचैनी रही़ सरकार के अंदर कोई सेंधमारी ना हो, इससे बचने के लिए पूरा यूपीए कुनबा रायपुर के रिसॉर्ट जा पहुंचा़ इस रिसॉर्ट की वादियों में यूपीए के विधायक बंद रहे, तो सरकार ने राहत की सांस ली.
राज्य सरकार ने 11 नवंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया़ झारखंड की राजनीति का अहम एजेंडा 1932 के खतियान को लेकर सदन ने प्रस्ताव पारित किया़ यह राज्य की राजनीति के लिए बड़ा कदम था.
विधानसभा से इसे नौंवी अनुसूची में शामिल करने के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा गया़ इसी दिन झारखंड विधानसभा ने आरक्षण की सीमा भी बढ़ायी़ पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रस्ताव पास हुआ़ आरक्षण की सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव भी केंद्र सरकार को भेजा गया है़ आनेवाले दिनों झारखंड की सियासत में ये दो मुद्दे अहम होंगे़ मामला अब भी नहीं सलटा है.
पहली बार देश के किसी सीएम को इडी ने समन किया़ सीएम हेमंत सोरेन को इडी ने समन किया और वह पहुंचे भी़ यह वर्ष यूपीए के लिए आंकड़े की गणित को भी नुकसान पहुंचानेवाला रहा. यूपीए विधायक बंधु तिर्की की आय से अधिक संपत्ति के मामले में विधायकी गयी़ मांडर विधानसभा में उपचुनाव हुआ. यूपीए-एनडीए दोनों ने ताकत झोंकी़ यूपीए ने बाजी मारी़ साल के आखिरी महीने में कांग्रेस को दूसरा नुकसान हुआ़ रामगढ़ से यूपीए विधायक ममता देवी की सदस्यता गोला इनलैंड पावर प्रोजेक्ट में हुई गोलीकांड के मामले में चली गयी़ अब रामगढ़ में राजनीति की नयी चुनावी बिसात बिछेगी.
वर्ष 2022 में इडी सहित दूसरी जांच एजेंसी अलग-अलग आरोपों की फेहरिस्त लेकर राजनीतिज्ञों के चौखट पहुंची़ वहीं सरकार गिराने की साजिश भी सड़कों पर एक्सपोज हुई़ कांग्रेस के तीन विधायक डॉ इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप लगभग 50 लाख कैश के साथ कोलकाता में धराये़ इस घटना ने झारखंड की राजनीति में सनसनी पैदा कर दी.
इन विधायकों पर आरोप लगे कि वह हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की साजिश में शामिल थे़ कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने इन विधायकों को खिलाफ केस करा कर पूरे मामले को नया मोड़ दिया़ इधर इडी साल भर सुर्खियों में रही. सत्ता-शासन के करीबी लोगों तक पहुंची. मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की गिरफ्तारी हुई़ 2022 जब अपने चढ़ान पर था, तो देशभर के लिए बड़ी घटना की पटकथा झारखंड की राजनीति में लिखी गयी.