दीपक राव, भागलपुर: नगर निकाय चुनाव के परिणाम आने के बाद नव निर्वाचित पार्षद, डिप्टी मेयर व मेयर जीत के जश्न में डूबे हुए हैं. एक तरफ जहां नयी सरकार नये सिरे से काम करेगी, तो वहीं दूसरी ओर जनता की अपेक्षा पर खरा उतरने की चुनौती भी होगी.
भागलपुर नगर निगम बनने के बाद यह पांचवीं नगर सरकार बनने जा रही है. शहर में ज्यादातर समस्याएं पुरानी हैं, जिनसे निजात दिलाना बड़ी चुनौती होगी. प्रभात खबर पांच बड़ी समस्याओं से अवगत करा रहा है, जिनका समाधान कराना बड़ी चुनौती है. नगर सरकार को इस बार ठोस निर्णय के साथ उचित कदम उठाने होंगे. कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का प्रकोप और फिर राजनैतिक कारणों से नगर निकाय के चुनाव छह माह देरी से हुआ. इस दौरान नगर निगम का संचालन प्रशासक के रूप में नगर आयुक्त ने किया.
कचरा प्रबंधन की व्यवस्था करना, क्षेत्र में सीवेज लाइन बिछाना, शुद्ध पेयजल मुहैया कराना, शहर को अतिक्रमणमुक्त कराना, सभी मोहल्ले में नाला-नाली का निर्माण कराना, नयी सड़क व पुरानी सड़कों का चौड़ीकरण कराना, भोलानाथ पुल में जलजमाव से निजात दिलाना, सब्जी मंडी के समीप कचरे का जमावड़ा, मुख्य बाजार व पूरे शहर में शौचालय, पेयजल संकट का समाधान करना नये मेयर, डिप्टी मेयर एवं पार्षदों के सामने बड़ी चुनौती रहेगी.
शहर के दक्षिणी क्षेत्र में नाली व नाला का अभाव है. इतना ही नहीं मुख्य मार्ग हो या गली-मोहल्ले कहीं भी नाला-नाली नहीं है. इससे सड़क पर जलजमाव की समस्या होती है. बरसात के दिनों में ही नहीं, बल्कि सूखे दिनों में भी इशाकचक-शीतला स्थान चौक के मध्य मार्ग पर दोनों ओर नाला नहीं है. नाला का पानी रोकने के लिए सड़क पर कचरे से बांध बना दिया गया है. बहुत पानी होने पर यह मोहल्ले व मुख्य मार्ग पर आ जाता है.
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मेयर का परिचय : नाम : डॉ वसुंधरा लाल
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पति : डॉ बिहारी लाल साह
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पता : वार्ड संख्या-43, बबरगंज, मिरजानहाट, भागलपुर
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शैक्षणिक योग्यता : मास्टर ऑफ सर्जरी
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पेशा : चिकित्सक
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पूर्व में भी निर्वाचित : नहीं
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नाम : डॉ सलाह उद्दीन अहसन
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पिता : स्व जहीर उद्दीन अहसन
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पता : वार्ड संख्या-15, तातारपुर, भागलपुर
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शैक्षणिक योग्यता : एमए, पीएचडी
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पेशा : व्यापार
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पूर्व में भी निर्वाचित : वर्ष 2007 में वार्ड संख्या-15 से पार्षद पद पर
नगर निगम क्षेत्र में करोड़ों रुपये विकास कार्यों में खर्च करने के बाद भी नगर में विकास नजर नहीं आ रहा है. स्थिति यह है कि अनेक ज्वलंत समस्याओं का समाधान जनता शीघ्र चाहती है. बाजारों में सार्वजनिक शौचालय एक गंभीर समस्या है, जिसका अतिशीघ्र बनना जरूरी है. व्यापारियों द्वारा इसको लेकर आंदोलन भी किये जा चुके हैं. प्रशासन ने तत्कालीन व्यवस्था कर अपना पल्ला झाड़ लिया था, लेकिन नयी नगर सरकार इन सब गंभीर समस्याओं को जल्द निबटाने का प्रयास करेगी, ऐसे लोगों की अपेक्षा है.
नगर निगम क्षेत्र के सभी 51 वार्डों में गंदगी सबसे बड़ी समस्या है, जिससे जनता निजात चाहती है. नये मेयर व डिप्टी मेयर के सामने नगर में सफाई व्यवस्था बनाना ही सबसे बड़ी चुनौती है. नगर निगम में सैकड़ों सफाईकर्मी रखे हुए हैं, लेकिन मुख्य सड़कों को छोड़कर छोटे मार्गों तथा गलियों की नियमित सफाई नहीं हो पाती है. सड़क तथा नालियों से निकला कूड़ा भी समय से उठाना एक चुनौती हो सकती है. मुख्य बाजार सूजागंज, गिरधारी साह हाट के समीप एनएच 80 पर कूड़े का ढेर, इनारा चौक, कटहलबाड़ी मुख्य मार्ग, जवारीपुर मुख्य मार्ग पर नियमित सफाई नहीं. महेशपुर, सलाटर, मोहनपुर, कौआकोली, पांचू जर्राह लेन, अंबे रोड, मारूफचक आदि मोहल्लों में जलजमाव की समस्या रहती है. इसके अलावा मुख्य बाजार में अतिक्रमण की समस्या से लोग काफी परेशान हैं.
स्मार्ट सिटी योजना पांच साल पहले भागलपुर में आयी. अब तक कुछेक जगहों पर स्मार्ट सिटी योजना धरातल पर दिख रही है. वह भी लोगों के लिए संतोषजनक नहीं है. डॉ बसुंधरा लाल, प्रो सलाउद्दीन अहसन समेत सभी 51 वार्ड के नव निर्वाचित पार्षदों ने नगर सरकार बनाने के लिए चुनाव लड़ा था, उन वादों को मानकर मतदाताओं ने उन पर भरोसा जताया, इसलिए अब नयी नगर सरकार को नागरिकों के भरोसे पर खरा उतरने की चुनौती रहेगी. जल निकासी की व्यवस्था करने और ग्रीन, क्लीन शहर बनाने की बात प्रमुखता से कही गयी है. हेल्प डेस्क, पार्किंग व्यवस्था, स्वास्थ्य केंद्र, शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाना, सड़कों का निर्माण प्रमुख वादे हैं, जिनका क्रियान्वयन जल्दी होता है तो लोगों को राहत मिलेगी.
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नगर में सबसे बड़ी समस्या है ट्रैफिक, इससे निजात मिलना नागरिकों के लिए पहली प्राथमिकता
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मुख्य बाजार में सार्वजनिक शौचालय बनवाकर नागरिकों को राहत देना.
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नगर के अधिकांश चौक चौराहों पर आवारा मवेशियों का जमावड़ा, गौशाला की व्यवस्था करना.
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बारिश के दिनों में अधिकतर वार्डों में जलजमाव की समस्या
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शहर में नियमित साफ सफाई की समस्या, सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराना
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मोहल्ले में स्ट्रीट लाइट का अभाव
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सभी मोहल्ले में पेयजल संकट दूर कराना
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पैदल चलने के लिए सभी जगह पैदल पथ का निर्माण कराना.