पटना: बिहार नगर निकाय चुनाव के दूसरे चरण में जिन 17 नगर निगमों में महापौर और उप महापौर के पदों पर चुनाव हुए, उनमें आधे से अधिक जगहों पर भाजपा समर्थकों का दबदबा रहा.
राजधानी पटना में भाजपा समर्थित मेयर पद की दावेदार निवर्तमान मेयर सीता साहू भारी मतों से चुनाव जीत गयीं. वहीं, उप महापौर के पद पर जीतीं रेशमी को भाजपा अपने कोटे में मान कर चल रही है.
पटना की मेयर और डिप्टी मेयर के पद के लिए हुए चुनाव में जमीनी स्तर पर महागठबंधन कार्यकर्ताओं का समन्वय नहीं दिख पाया. यहां महागठबंधन का वोट रजनी देवी, महजबीं और विनीता बिटटू सिंह के बीच बंट कर रह गया. जदयू नेता कमल नोपानी की पत्नी सरिता नोपानी को मिले वोट भी शामिल कर लिया जाये तो चारों उम्मीदवारों को कुल वोट दो लाख छह हजार 484 हो जाता है.
पटना नगर निगम की बात करें को यहां भाजपा समर्थित उम्मीदवार सीता साहु को एक लाख 54 हजार 751 वोट ही आये और वह चुनाव जीत गयीं. पटना के अलावा कटिहार, आरा, बेतिया, छपरा, भागलपुर और मोतिहारी में एक तरह से निगम पर भाजपा का दबदबा कायम हुआ है, जबकि बेगूसराय, बिहारशरीफ और पूर्णिया निगम पर जदयू समर्थक जीते हैं.
गौरतलब है कि बिहार नगर निकाय चुनाव (भाजपा) समर्थित ज्यादा प्रत्याशियों के विजयी होने से पार्टी पूरी तरह से गदगद है. पटना नगर निगम के मेयर पद पर फिर से कब्जा जमाने वाली सीता साहू और डिप्टी मेयर पद पर जीती रेशमी चंद्रवंशी भी भाजपा समर्थित बतायी जाती हैं. बता दें कि बिहार में नगर निकाय चुनाव दलगत आधार पर नहीं होते, लेकिन सभी राजनीतिक दलों की नजर इस चुनाव थी. शुक्रवार को मतगणना के दौरान चुनाव के नतीजे आने शुरू होने के साथ भाजपा कार्यालय में जश्न का माहौल देखा गया था.
वहीं, इस चुनाव में विभिन्न निगमों पर महागठबंधन समर्थित प्रत्याशियों को भी दबदबा रहा. कटिहार मेयर पद पर जीती उषा देवी अग्रवाल भाजपा एमएलसी आशोक अग्रवाल की पत्नी हैं, जबकि बिहार शरीफ से मेयर पद पर जीती अनिता देवी जदयू समर्थित बतायी जा रही है. इसी तरह भागलपुर मेयर के रूप में विजयी वसुंधरा लाल भाजपा समर्थित, तो दरभंगा से जीती अंजुम आरा कांग्रेस की समर्थक मानी जाती है.