Bihar: श्रम संसाधन विभाग के सहयोग से बिहार से दूसरों राज्यों में रोजगार व मजदूरी के लिए जाने वाले लोगों को अगले साल से एक ही छह के नीचे कई सुविधाएं मिलेंगी. विभाग इनके लिए 12 राज्यों में माइग्रेशन सपोर्ट सेंटर खोलने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है. तीन माह पूर्व विभागीय समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया गया था और अब सात राज्यों में इसके लिए पत्राचार करने का काम पूरा हो चुका है. विभाग के मुताबिक फरवरी से इन राज्यों में मजदूरों व युवाओं को सेंटर से सुविधा दी जायेगी.
ऐसे होगा सेंटर के माध्यम से काम
माइग्रेशन सपोर्ट सेंटर खोलने के लिए पहले एनजीओ व इंडस्ट्री को पार्टनर बनायेगा, ताकि इसे शुरू होने के बाद विभागीय अधिकारी बस सेंटर की निगरानी करें. विभाग सेंटर के सही संचालन और निगरानी के लिए एनजीओ एवं इंटस्ट्री के साथ एमओयू करेगा. यहां से मजदूरों की समस्याओं को दूर किया जायेगा. वहीं, रोजगार दिलाने में इन्हें मदद दी जायेगी.
सेंटर से यह यह भी मिलेगा लाभ
विभाग के मुताबिक मजदूर या युवा गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, रहने के लिए जगह, राशन कार्ड से कैसे लाभ ले सकेंगे, इसकी जानकारी मिलेगी. वहीं, किसी भी तरह का पहचान पत्र बनाने में सहायता, मानदेय पर निगरानी , परिवार से बातचीत, किसी भी आपदा में जरूरी सुविधाएं यहां से मिलेगी.
इन राज्यों से होगी शुरुआत
दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, पंजाब, राजस्थान, कर्नाटक से सेंटर की शुरुआत होगी. वहीं, दूसरे चरण में झारखंड, एमपी, जम्मू जैसे राज्यों में काम होगा.
यह है सेंटर शुरू करने का उदेश्य
बिहार से हर साल दूसरे राज्यों में काम के लिए जाने वाले 20 से 40 प्रतिशत तक मजदूर और युवा पहले तीन माह नहीं रह पाते हैं, लेकिन जो मजदूर एक साल तक रह जाते हैं. उनके लिए काम करना आसान होता है. इसी उद्देश्य के साथ इस सेंटर की स्थापना की जायेगी, ताकि यहां से मजदूरों को हर तरह का स्पोर्ट मिल सके. जिन्हें रोजगार से जुड़ने में परेशानी होगी. उन्हें उनके स्किल के मुताबिक रोजगार से जोड़ा जायेगा.