Bihar में हर घर नल का जल योजना का काम लगभग 99 प्रतिशत से अधिक पूरा हो गया है. अब योजना की जांच के लिए कई स्तर पर टीम गठित की गयी है,ताकि योजना बेहतर ढंग से नियमित 24 घंटे सातों दिन तक चलता रहे इसके लिए 17 चलंत टीम बनायी जायेगी. इसमें एक आइटीआइ पास सुपरवाइजर और दो हेल्पर रहेंगे. इनका काम होगा कि यह सभी योजना की गड़बड़ियों को दूर करें. लोगों को योजना के नियम व पानी की बर्बादी करने को लेकर जागरूक करें. पीएचइडी जल्द ही संविदा पर सुपरवाइजरों की नियुक्त करेगा. फरवरी से चलंत टीम ग्रामीण इलाकों में भ्रमण करेगी.
17 गाड़ियों की हो रही है खरीद
चलंत टीम के लिए 17 गाड़ियों की खरीद होगी और उसी गाड़ी से योजना की निगरानी की जायेगी. चलंत टीम सभी जिलों में जाकर लोगों को योजना के संबंध में जानकारी देगी और योजना के तहत आयी बड़ी खराबी को दुरुस्त कर रिपोर्ट तैयार करेगी. विभाग के स्तर पर टीम की जिम्मेदारी तय की जायेगी. इन्हें एक माह में कहां जाना है कितने लोगों से मिलना है. इसका पूरा ब्योरा टीम के पास रहेगा. वहीं, बड़ी खराबी आने पर विभाग की शिकायत कोषांग मोबाइल पर तुरंत जानकारी देंगे, ताकि उसे जल्द से जल्द ठीक किया जा सके.
गया में गंदा पानी आने पर मचा था बवाल
पिछले दिनों गया में सप्लाई में गंदा पानी आने से काफी बवाल मचा था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गया में गंगा वाटर सप्लाई की जिस कॉलोनी में मुख्यमंत्री ने शुरूआत की थी. उसी मोहल्ले में लोग अब नल पर कपड़ा बांधकर पानी पीने के लिए मजबूर हो रहे हैं. इसके बाद राज्य में राजनीति भी काफी गर्म हो गयी थी. हालांकि, सरकार के द्वारा कमेटी का गठन करने से आम लोगों को काफी सहूलियत होगी और पेयजल को लेकर परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.