पटना. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के निधन के बाद देश भर में शोक की लहर है. शुक्रवार की सुबह निधन की खबर आते ही उनको चाहने वाले गम में डूब गये. पीएम मोदी की मां हीराबेन मोदी ने शुक्रवार की सुबह अंतिम सांस ली. 100 साल की उम्र में उनका निधन हुआ है. पीएम मोदी ने निधन की खबर की जानकारी खुद ट्वीट कर दी थी. हीराबेन के निधन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्यपाल फागू चौहान और नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा समेत कई लोगों ने शोक प्रकट किया है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे असहनीय बताया है. मुख्यमंत्री ने हीरा बेन के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा है कि मां का निधन अपूर्णनीय क्षति होती है. मां का स्थान कोई नहीं ले सकता है. बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि मां की ममता और संतान के जीवन निर्माण में उसकी भूमिका को शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माताजी के निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है. ईश्वर दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें.
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की माता हीराबेन के निधन पर गहरा शोक एवम दुख व्यक्त किया और दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिये ईश्वर से प्रार्थना की. उन्होंने कहा कि वे इस दुख की घड़ी में शोक सम्पत परिजनों एवम सुभचिंताकों के साथ हैं. ईश्वर शोकाकुल परिवार को शोक सहन करने की शक्ति दे. पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी आदरणीय हीरा बेन के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है.
विधान परिषद के सभापति देवेशचंद्र ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने हीरा बेन को श्रद्धांजलि अर्पित की है. पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने हीरा बेन के निधन पर शोक जताते हुए कहा है कि वो हम सब की प्ररेणा स्रोत थी.
विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय सिन्हा ने हीरा बेन के निधन पर शोक जताया है. विधान परिषद में नेता विरोधी दल सम्राट चौधरी ने कहा है कि मां का जाना दुनिया की सबसे बड़ी क्षति है. उन्होंने हीरा बेन के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की है.
भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने शोक जताया है. मोदी ने कहा है – “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदीजी की मां के निधन से हम सब लोग दुःखी हैं. ज़िन्दगी की एक शानदार पारी खेल कर विदा हुईं. अत्यंत कठिन परिस्थितियों में परिवार को आगे बढ़ाया. बुद्धि से काम करो,शुद्ध जीवन जीयो का मंत्र देकर चली गईं.”