एक जनवरी 2023 से राज्य के पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापक) के मानदेय में चार फीसदी की वृद्धि की जायेगी. झारखंड शिक्षा परियोजना की ओर से इस संबंध में पत्र जारी कर दिया गया है. परियोजना निदेशक द्वारा जिलों को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि झारखंड सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली में शिक्षकों के मानदेय में प्रति वर्ष चार फीसदी बढ़ोत्तरी का प्रावधान है, पर यह कब से होगी इसकी तिथि निर्धारित नहीं थी. ऐसे में मानदेय में वृद्धि हर वर्ष एक जनवरी से होगी.
इसकी शुरुआत एक जनवरी 2023 से की जायेगी. वैसे पारा शिक्षक जिनके प्रमाण पत्र का सत्यापन हो गया है, उनके संतोषप्रद सेवा की संपुष्टि प्रशासनिक सह अनुशासनिक प्राधिकार से कराया जाये. सभी जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया है. राज्य में वर्तमान में 61421 पारा शिक्षक कार्यरत हैं. इनमें 12772 शिक्षक झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल हैं. जबकि 47191 शिक्षक प्रशिक्षित हैं. वहीं राज्य में 1458 अप्रशिक्षित हैं.
राज्य में पारा शिक्षकों के आकलन परीक्षा के लिए आवेदन जमा करने की तिथि बढ़ायी जा सकती है. इसकी प्रक्रिया शुरू की गयी है. पारा शिक्षकों के मानदेय वृद्धि के लिए आकलन परीक्षा ली जायेगी. इसके लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर निर्धारित की गयी थी. आकलन परीक्षा में शामिल होने के लिए प्रमाण पत्र का सत्यापन कराना अनिवार्य होगा. राज्य में लगभग 20 हजार पारा शिक्षकों के प्रमाण पत्र का सत्यापन नहीं हुआ है. इस कारण आवेदन जमा करने की तिथि बढ़ायी जायेगी. इस संबंध में झारखंड शिक्षा परियोजना की ओर से आवश्यक प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
पारा शिक्षकों के मानदेय में अधिकतम 900 रुपये की वृद्धि होगी. पारा शिक्षकों को वर्तमान में चार स्लैब में मानदेय मिलता है. इनमें शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल कक्षा एक से पांच व कक्षा छह से आठ एवं प्रशिक्षित कक्षा एक से पांच व कक्षा छह से आठ के लिए नियुक्त शिक्षक हैं. शिक्षकों के मानदेय में न्यूनतम 672 रुपये की वृद्धि होगी.