राजस्थान से शुष्क और हिमालय की ओर से आ रही गलन भरी (सर्द उत्तरी-पश्चिमी ) हवाओं ने बुधवार को पूरे बिहार को पूरी तरह से आगोश में ले लिया. इसके चलते बुधवार को दिन और रात में समान रूप से कनकनी महसूस हुई. हिमालय की ओर से आठ से दस किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही शीत लहर से बचने के लिए लोग सिर से पैर तक ढक कर ही घर से बाहर निकले. पटना सहित प्रदेश के 12 से अधिक जगहों/जिलों में शीत दिवस (कोल्ड डे) दर्ज किया गया.
आइएमडी के मुताबिक आगामी 24 घंटे तक पूरे प्रदेश में कमोबेश ऐसी ही स्थिति बने रहने के आसार हैं. मंगलवार से बुधवार की तुलना में उच्चतम और न्यूनतम तापमान में औसतन करीब दो से सात डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गयी है. प्रदेश के 17 जिले ऐसे रहे, जहां न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या इससे कम दर्ज किया गया है.
गया में न्यूनतम तापमान प्रदेश में सबसे कम 5.7, भागलपुर/सबौर में 6, समस्तीपुर/पूसा में 7.1, सीतामढी/पुपरी में 7.2 , बांका में 7.5, औरंगाबाद में 7.9, रोहतास/डेहरी और अररिया में 8, बेगूसराय में 8.2, पूर्वी चंपारण/वाल्मीकी नगर, नवादा और किशनगंज में 8.5, सीवान/जीरादेई में 9, सहरसा/अगवानपुर में 9.1 , खगड़िया में 9.5, शेखपुरा और अररिया में 10 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रहा. पटना में न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस रहा. हालांकि इसके आसपास दानापुर आदि क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 10 से नीचे ही रहा.
उच्चतम तापमान में गिरावट दर्ज की गयी है. पटना में सामान्य से पांच डिग्री कम होकर बुधवार को उच्चतम तापमान 18 डिग्री दर्ज किया गया. बाल्मीकिनगर में 15.2, मुजफ्फरपुर में 16.6, दरभंगा में 16.2, मोतिहारी में 15.5, बेगूसराय में 19.8, जीरादेई में 19, पूसा में 17.2 और सहरसा /अगवानपुर में उच्चतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस रहा.
आइएमडी के क्षेत्रीय अधिकारी विवेक सिन्हा ने कहा कि प्रदेश में शीत लहर है. कई स्थानों पर शीत दिवस की स्थिति विशेष कर दक्षिण-पश्चिमी बिहार में बनी है. एक-दो दिन यह स्थिति रहेगी. इसके बाद पारे में आंशिक इजाफा होने का पूर्वानुमान है.